राजस्थान में भाजपा की जीत के 25 दिन पूरे हो चुके हैं, लेकिन अब भी सरकार की तस्वीर अधूरी है। मुख्यमंत्री भजनलाल की टीम के सिर्फ 2 चेहरे सामने आए हैं। उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा। मंत्रिमंडल के बाकी नामों पर अभी तक असमंजस बना हुआ है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि संभवत: राजस्थान में ये पहला मामला है, जब चुनाव परिणाम में किसी पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिलने के 25 दिन बाद तक मंत्रिमंडल विस्तार न हुआ हो। इससे पहले अशोक गहलोत और वसुंधरा राजे जब भी मुख्यमंत्री बने, इन्होंने जल्दी टीम गठित कर ली और बड़े डिसीजन भी लेने शुरू कर दिए थे। लगभग 30 दिन के भीतर गहलोत और राजे ने अपनी पहली कैबिनेट बैठक तक कर ली थी। इस बार अब तक मंत्रिमंडल का गठन ही नहीं हुआ है।
राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार का नहीं मिल रहा सिग्नल:तीन कारणों से अटका हुआ
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के मंत्रिमंडल विस्तार में अभी और भी समय लग सकता है। अब शनिवार को मंत्रिमंडल विस्तार की संभावना जताई जा रही है। उधर, मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर राजभवन अलर्ट मोड पर है। किसी भी समय सरकार से सूचना आने पर तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया जाएगा।