रणथम्भौर अभयारण्य से सटे कस्बे कुण्डेरा में शनिवार को बाघ ने गांव की एक महिला को अपना शिकार बना लिया।
जानकारी के अनुसार यह घटना करीब प्रातः 5 से 6 बजे के आस पास की है। जब गांव की 40-45 वर्षीय महिला मुन्नी देवी पत्नी रमेश नाथ आबादी क्षेत्र के निकट ही अपने खेत के पास शोच करने गई थी। उसी समय बाघ ने गांव से गुजरने वाली मुख्य सड़क के पास ही महिला को अपना शिकार बना लिया। बाघ ने महिला के टुकड़े कर दिये। क्षत विक्षत शव गर्दन से अलग था। एक पैर भी वहां नहीं मिली। गांव के निकट हुई इस घटना के बाद काफी समय तक वन विभाग के अधिकारियों के नहीं पहुंचने से ग्रामीणों में भयंकर आक्रोश व्याप्त हो गया।
Tiger attack on women death ranthambore
घटना के बाद ग्रामीण कई घंटो तक महिला के शव का मौके पर ही पोस्टमार्टम करने, 20 लाख मुआवजा देने तथा एक परिजन को सरकारी नौकरी देने की मांग करते हुऐ शव को लेकर बैठे रहे। इस मौके पर एसडीएम, सीओ सिटी, डीएफओ, एसीएफ सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।
कई दौर की समझाईश के बाद ग्रामीण शांत हुऐ। शव का वहीं पोस्ट मार्टम किया गया। अधिकारियों ने इस तरह की घटना में 4 लाख का मुआवजा देने का प्रावधान होने की बात कही। जबकि नौकरी के लिए प्रस्ताव सरकार को भेजने की बात कही बताई।
बहरहाल गांव के निकट हुई इस घटना से गांव में भय का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि अब गांवों में भी लोग सुरक्षित नहीं हैं। बाघ अभयारण्य से बाहर निकलकर गांवो में लोगों पर हमले कर रहे हैं। वन विभाग को ऐसी घटनाओं को प्रभावी तरीके से रोकने के प्रयास करने चाहिए।