रणथंभौर नेशनल पार्क में पर्यटकों का अब घूमना और भी महंगा हो गया है। वन विभाग ने एक बार फिर रणथंभौर नेशनल पार्क में टाइगर सफारी की दरों में 10 फीसद की बढ़ोतरी की है। नई दरें आज 16 दिसम्बर से लागू हो गई है। इस वर्ष रणथंभौर में दो बार दरों में इजाफा किया गया है। रणथंभौर में वर्ष 2016 के बाद से टाइगर सफारी की फ़ीस लगातार बढ़ाई जा रही है। वर्ष 2016 में वन विभाग की ओर से हर वर्ष सफारी की दरों में 10 प्रतिशत बढ़ाने का फैसला किया था। लेकिन इसके बाद से ही वन विभाग द्वारा लगातार हर साल 10 प्रतिशत दरों इजाफा हो रहा है। इस बार टाइगर सफारी की दरों में दो बार बढ़ोतरी की गई है। रणथंभौर नेशनल पार्क में एडवांस ऑनलाइन बुकिंग तो एक साल पहले ही प्रारंभ कर दी जाती है। ऐसे में रणथंभौर सेंचुरी में पर्यटकों द्वारा जनवरी से मार्च और आगे तक की रणथंभौर में एडवांस ऑनलाइन बुकिंग करा ली गई है।
जिसके बाद पर्यटकों से भी अब वन विभाग की ओर से पूर्व में एडवांस ऑनलाइन बुकिंग करा चुके डिफरेंस राशि ली जाएगी। बढ़ोतरी के साथ जिप्सी में भ्रमण पर जाने वाले सैलानी को 71 रुपए अतिरिक्त देना पड़ेगा। वर्तमान में जिप्सी से भ्रमण करने पर 1 हजार 234 रुपए की फीस लगती थी। लेकिन अब नई दरों के अनुसार पर्यटक को 1 हजार 305 रुपए शुल्क अदा करना होगा। अभी तक कैंटर से भ्रमण पर जाने वाले पर्यटक को 739 रुपए चुकाने होते थे। लेकिन अब कैंटर से भ्रमण करना 52 रुपए महंगा हो गया है। बढ़ोतरी के बाद नई दर 791 रुपए हो गई है। वहीं जिप्सी व्हीकल फीस में भी 485 से बढ़ाकर 535 कर दी गई है। जिप्सी गाइड शुल्क को 125 से बढ़ाकर 140 कर दिया गया है। रणथंभौर के टूरिज्म डीएफओ संदीप चौधरी के अनुसार राज्य सरकार के आदेश पर रणथंभौर में गाइड और व्हीकल राशि में इजाफा किया गया है। वहीं नई दरों को लागू कर दिया गया है।