वीडब्लूएससी के पुनर्गठन में देरी पर आईएसए पर जुर्माना लगाने के निर्देश
जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन की अध्यक्षता में आज गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जल जीवन मिशन के तहत जिला जल एवं स्वच्छता समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में जल जीवन मिशन के तहत सन 2024 तक प्रत्येक घर तक नल के माध्यम से पानी पहुुुंचाने के लक्ष्य में अब तक हुई प्रगति की समीक्षा की गई। सीईओ ने योजना के तहत घर-घर जल संबंध के लिए स्वीकृत एवं प्रस्तावित योजनाओं की प्रगति एवं क्रियांविति की योजनावार समीक्षा कर निर्देश दिए।
वहीं वीडब्लूएससी के पुनर्गठन में देरी पर आईएसए संस्था पर दस प्रतिशत राशि का जुर्माना लगाने तथा भुगतान रोकने के संबंध में कार्रवाई के निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर ने कहा कि जिले में 756 गांवों में जल योजनाओं के माध्यम से घर घर नल कनेक्शन किए जाने हैं। इस वर्ष मिशन के तहत 64 हजार से अधिक टेप कनेक्शन का लक्ष्य लेकर कार्य किया जा रहा है। जिले में 382 गांवों के लिए 314 जल योजनाओं की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति जारी हो चुकी है। इसमें से 348 गांवों की 295 जल योजनाओं की तकनीकी स्वीकृति जारी कर ली गई है।
इनमें से 181 गांवों की 167 जल योजनाओं के कार्यादेश जारी किए जा चुके है। इनसें 58 हजार 480 नल कनेक्शन जारी किए जाने का लक्ष्य है। बैठक में एसई पीएचईडी ने बताया कि जिले के 732 गांवों में वीडब्ल्यूएससी का गठन हो चुका है। इनमें से 437 का पुनर्गठन कर लिया गया है। शेष का पुनर्गठन करने एवं आईएसए टीम द्वारा इनके बैंक खाते खुलवाने के कार्य को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। बैठक में अधीक्षण अभियंता जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी सीताराम मीना ने जल जीवन मिशन के तहत किए जा रहे कार्यों की गुणवत्ता एवं प्रगति के संबंध में जानकारी दी।
बैठक में कलेक्टर ने गुणवत्ता पूर्ण सामग्री काम में लेने तथा कार्य में किसी प्रकार की कोताही नहीं बरतने के निर्देश दिए। इसी प्रकार स्कूल एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में बकाया रहे स्थानों पर टेप कनेक्शन के संबंध में भी समीक्षा कर निर्देश दिए। बैठक में जिला परिषद के सीईओ उत्तम सिंह शेखावत, अधिशासी अभियंता कैलाश चंद, हरज्ञान सिंह, सीपीओ बाबूलाल बैरवा सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।