नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से आखिर जमानत मिल गई है। आम आदमी पार्टी ने इसे सत्य की जीत बताया है। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार कोर्ट ने 10 लाख रुपये के मुचकले पर जमानत के आदेश दिए है। हालांकि कोर्ट ने सीबीआई की गिर*फ्तारी को सही बताया है। आप की नेता अतिशी ने कहा की ‘सत्यमेव जयते’, जबकि पार्टी के राज्य सभा सांसद राघव चड्ढा ने एक्स पर है कि, “सत्य परेशान हो सकता है मगर पराजित नहीं।
अंततः माननीय सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली के बेटे अरविंद केजरीवाल को जेल की बेड़ियों से आजाद करने का फैसला सुना दिया है। दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की प्रतिक्रिया थी सत्य की शक्ति से टूटे तानाशाह की जेल के ताले। दिल्ली आबकारी नीति में जुड़े कथित घोटाले को लेकर सीबीआई की ओर से हुई गिर*फ्तारी को चुनौती देने और जमानत के लिए सीएम केजरीवाल की ओर से दो याचिकाएं दायर की गई थीं। पांच सितंबर को इस पर सुनवाई हुई थी और फैसला सुरक्षित रख गया था।
आबकारी नीति के संबंध में केजरीवाल को ईडी ने इसी साल 21 मार्च को गिर*फ्तार किया था, जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने जुलाई में जमानत दे दी थी। लेकिन हिरासत में रहते हुए अरविंद केजरीवाल को 26 जून को सीबीआई ने फिर से गिरफ्तार किया था। दिल्ली सरकार के 2021-22 की आबकारी नीति में भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। हालांकि अब इस नीति को रद्द किया जा चुका है।
कथित श*राब घोटाले में संलिप्तता के आरोपों में मनीष सिसोदिया, स्वास्थ्य मंत्री रहे सत्येंद्र जैन, राज्य सभा सांसद संजय सिंह को भी गिर*फ्तार किया गया था। पिछले महीने 9 अगस्त को आम आदमी पार्टी में दूसरे नंबर के नेता सिसोदिया जमानत पर बाहर आ गए। वो 530 दिनों तक जेल में बंद रहे। सिसोदिया के अलावा इस मामले में अभियुक्त रहे संजय सिंह, के कविता को जमानत मिल चुकी है।