सवाई माधोपुर: विगत दिनों हुई बारिश के चलते रणथंभौर के नाले और झरने प्राकृतिक छटा बिखेरे हुऐ हैं। ऐसे में रणथंभौर के इन पिकनिक स्थलों पर पिकनिक मनाने के लिए अच्छी खासी तादात में लोग यहाँ पहुंच रहे हैं। लेकिन इन पिकनिक स्थलों पर अब हादसे से भी सामने आने लगे हैं। रणथंभौर वन क्षेत्र में जिला मुख्यालय के निकट स्थित अमरेश्वर महादेव के प्राकृतिक स्थान पर कई वर्षों से नियम सा बन गया है कि हर वर्ष यहाँ कुण्ड में डूबने से किसी युवक की मौ*त हो जाती है और यह दुःस्वप्न एक बार फिर सच हो गया।
शनिवार 17 अगस्त को अमरेश्वर कुंड में नहाने के दौरान एक युवक की डूबने से मौ*त हो गई है। कोतवाली थानाधिकारी राजवीर सिंह के मुताबिक मृ*तक युवक करौली जिले की छितर की झोंपड़ी निवासी 25 वर्षीय सुनील गुर्जर पुत्र अतर सिंह गुर्जर अपने पांच – छः दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने रणथंभौर आया हुआ था। सभी दोस्त रणथंभौर के अमरेश्वर महादेव मन्दिर कुंड पर पहुंचे और कुंड में नहाने लगे। नहाने के दौरान ही सुनील गुर्जर कुंड के गहरे पानी मे चला गया और डूब गया।
साथ में नहा रहे उसके दोस्तों ने उसे बचाने का प्रयास भी किया, लेकिन वो कुंड की चट्टानों के बीच फंस गया और पानी में डूब गया। युवक के कुंड में डूबने की सूचना पर कोतवाली थाना पुलिस एवं सिविल डिफेंस की टीम मौके पर पहुंची और युवक की तलाश में कुंड में सर्च ऑपरेशन शुरू किया। सिविल डिफेंस की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद युवक को कुंड के गहरे पानी से बाहर निकाल लिया और अस्पताल पहुँचाया। जहाँ चिकित्सकों ने उसे मृ*त घोषित कर दिया। कोतवाली पुलिस ने श*व को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है। वही कोतवाली थाना पुलिस ने घटना की जानकारी युवक के परिजनों को दी है।
कोतवाली थाना पुलिस के मुताबिक मृ*तक के परिजनों के आने के बाद श*व का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा और फिर श*व परिजनों के सुपुर्द किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि अमरेश्वर कुंड में हर वर्ष एक युवक के डुबने का हा*दसा एक नियम सा बन गया है। लेकिन प्रशासन आज तक यहाँ होने वाले इस प्रकार के हादसों को रोकने में सक्षम नहीं हो सका है।
प्रशासन ने हा*दसों को रोकने के लिए यहाँ रेलिंग लगवाई, सीड़ियां भी बनवाई लेकिन हा*दसों को रोकने में नाकाम रहे। प्रशासन की ओर से पुलिस और गार्ड की व्यवस्था भी की जाती थी लेकिन इस बार वो भी नाकाम दिखाई दी। सवाई माधोपुर के लोगों में अमरेश्वर में प्रतिवर्ष दुर्घटना की यह धारणा एक दुःस्वप्न के समान बैठी हुई है, जिसके चलते बहुत से लोग तो अमरेश्वर कुंड में नहाने में भी संकोच करते हैं। लेकिन जिले के बाहर से आने वाले लोग और खासकर युवा यहाँ नहाते समय अपनी सुरक्षा का ध्यान नहीं रखते और अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं।