जैन धर्म के 12वें तीर्थंकर भगवान वासुपूज्य का जन्म-तप कल्याणक महोत्सव सकल दिगम्बर जैन समाज द्वारा श्रद्धा व हर्षोंल्लास पूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर श्रद्धा व आस्था के रंग से सराबोर नगर परिषद क्षेत्र के जिनालयों में पूजा-अर्चना के कार्यक्रमों में धर्मावलम्बियों ने बढ-़चढ़ कर भाग लिया। इस दौरान आवासन मण्डल के दिगम्बर जैन मंदिर सहित नगर परिषद के अन्य मंदिर भगवान वासुपूज्य के जयकारों से गूंज रहे थे।
समाज के प्रवक्ता प्रवीण कुमार जैन ने बताया कि इस मांगलिक अवसर पर जिनालयों में सुबह दिव्य मंत्रोच्चार पूर्वक पुनित जल से उत्साह और हर्ष के साथ रजत कलशों द्वारा जिनेन्द्र देव का अभिषेक किया गया। अभिषेक कार्यक्रमों में इन्द्र के परिवेश में धर्मावलम्बियों ने कतारबद्ध रूप से जयकारों के बीच शामिल होकर पुण्यार्जन किया तथा विश्व कल्याण की कामना के साथ शांतिधारा कर जिनेन्द्र देव के चरणों में प्रभाहित की गई।
भक्ति और आस्था के रंग में डूबे आवासन मण्डल स्थित पाश्र्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में पुण्यशाली इन्द्र-इन्द्राणियों ने मंदिर समिति के मंत्री विनोद पल्लीवाल के निर्देशन में देव-शास्त्र-गुरू की पूजन के साथ अपनी निर्मल भक्ति समर्पित करते हुए विशेष रूप से भगवान वासुपूज्य की अष्ट द्रव्यों से पूजा-आराधना कर कल्याणक दिवसों के अध्र्य बहुत ही उत्साह के साथ चढ़ाए और जिनेन्द्र देव का गुणगान किया। महिलाओं द्वारा बधाई गीत भी गाए। श्रद्धालुओं द्वारा समर्पित भाव से पूजा-अर्चना कर सभी की सुख-शांति की कामना की गई।
पूजन के दौरान चन्द्रकला बाकलीवाल, प्रेम देवी श्रीमाल, रानी जैन व कांता बाकलीवाल मीना जैन द्वारा जिनेन्द्र भक्ति से ओत-प्रोत एक से बढ़कर एक भजनों की दी गई प्रस्तुतियों ने श्रावकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। जिससे वातावरण धर्ममयी हो गया। जिनेन्द्र भक्त खुशी का इजहार करते हुए भक्ति नृत्य कर जिनेन्द्र देव को रिझा रहे थे। उनकी पूजन भक्ति देखने लायक थी। कार्यक्रम धार्मिक रंग से सराबोर था।
शांति पाठ व विसर्जन विधि के साथ पूजा सम्पन्न हुई। पूजन के उपरांत जिनेन्द्र देव की मंगल आरती उतारी गई और भगवान वासुपूज्य का गुणमान कर पुण्य का संचय किया।