ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन की ओर से “संविधान बचाओ लोकतंत्र बचाओ” विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में एआईएसएफ के जिला प्रभारी हरिओम सिंह ने देश के विभिन्न मुद्दे चीफ जस्टिस का मंच पर रोना, कोरेगांव दलित कांड, रोहित वेमुला, गुजरात उना दलित कांड, देश के चार सुप्रीम कोर्ट के जजों का जनता की अदालत में आना और संविधान न्यायपालिका को खतरे में बताना सहित कई मुद्दों पर चर्चा कर हम संविधान को किस प्रकार बचा सकते हैं उस पर अपने विचार व्यक्त करने को कहा।
इस मौके पर कई वरिष्ठ लोगों ने सभी मुद्दों पर अपनी-अपनी राय दी एवं प्राप्त सभी के विचारों का अभिनंदन किया गया। इस मौके पर एसडीपीआई के सादिक सर्राफ, कर्मचारी संघ के गफ्फार खान, भाकपा के रामगोपाल गुणसारिया, टीकम शाक्य पत्रकार, मुकेश कुमार भुप्रेमी समाज सेवक, किसान सभा से कालूराम मीणा, मजदूर यूनियन एटक से छोटू लाल बैरवा, एआईएसएफ के अनिल गुणसारिया, सवाई माधोपुर एप के संयोजक इंजीनियर जिया-उल-इस्लाम, जे.पी. सिंह कोचिंग संचालक, जयपाल सिंह चौहान सहित कई लोगों ने संविधान बचाओ विषय पर अपने विचार व्यक्त किए, इस अवसर पर वरिष्ठ लोगों ने बताया कि देश के 4 जजों का जनता की अदालत में आकर न्यायपालिका को खतरे में बताया जो बड़े संकट की ओर इशारा करता है। हमें समय रहते सचेत व चौकन्ना रहना होगा। देश के लिए लोकतंत्र के स्वतंत्र स्तंभों पर कब्जा कर उन पर दबाव बनाना बहुत खतरनाक साबित हो सकता है।