प्रदेश भर मे स्वाइन फ्लू के मरीजों की बढती हुई संख्या को देखते हुए चिकित्सा विभाग सतर्क हो गया है।
स्वाइन फ्लू की आशंका को लेकर प्रदेश भर में अलर्ट जारी किया गया है। अस्पतालों में पहुंचनें वाले जुकाम खांसी के मरीजों की की गहनता से स्क्रीनिंग करने के निर्देश भी दिए गए हैं। जिससे स्वाइन फ्लू के मरीजों का तुरंत इलाज किया जा सके।
प्रदेश में फैले स्वाइन फ्लू के कहर को लेकर चिकित्सा मंत्री कालीचरण सर्राफ ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए निर्देश दिए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. टी.आर. मीना ने बताया कि वीडियो कांफ्रेंसिंग में मरीजों की स्क्रीनिंग के साथ साथ जागरूकता फैलाने पर जोर दिया गया जिससे स्वाइन फ्लू को और अधिक फैलने से रोका जा सके।
इसके साथ ही संदिग्ध मरीजों के सैंपल लेकर उन्हें अस्पताल में अलग से भर्ती करने के लिए अलग वाॅर्ड का इंतजाम करने, सैंपल लेकर तुरंत जांच करवाने, दवा की उपलब्धता बनाए रखने और स्कूलों, काॅलेज, कोचिंग संस्थानों, हाॅस्टल की माॅनिटरिंग करने के निर्देश भी दिए। संदिग्ध और संक्रमित बच्चों की जांच के लिए हाॅस्टल संचालकों को निर्देशित करने के लिए जिले के अधिकारियों को निर्देश दिए गए।
चिकित्सा कर्मियों का होगा टीकाकरण :
चिकित्सा मंत्री ने मरीजों के सीधे संपर्क में आने वाले डाॅक्टर्स, वार्डों के नर्सिंगकर्मियों और सैंपल लेने वाले लैब टेक्नीशियन का टीकाकरण करने के निर्देश दिए। सीएमएचओ डाॅ. मीना ने बताया कि जिला अस्पताल में पहले से ही स्वाइन फ्लू के लिए वाॅर्ड है व शीघ्र ही अन्य चिकित्सा संस्थानों में स्वाइन फ्लू के रोगियों के लिए अलग से वाॅर्ड की व्यवस्था की जा रही है। साथ ही मरीजों की स्क्रीनिंग भी बढाई जाएगी। कार्मिकों के टीकाकरण कि लिए पीएमओ को निर्देशित कर दिया गया है। जिले के समस्त चिकित्सा संस्थानों, जिला अस्पताल, उप जिला अस्पताल, सीएचसी, पीएचसी, सब सेंटर से प्रतिदिन ओपीडी की स्क्रीनिंग की रिपोर्ट ली जाएगी।