जैन धर्म के सोलहकारण पर्व के अवसर पर राजनगर काॅलोनी के शान्तिनाथ दिगम्बर जैन मन्दिर में भक्तामर विधान मण्डल का भावपूर्ण आयोजन किया गया। आयोजन में जिनेन्द्र भक्तों ने श्रद्धापूर्वक भाग लिया।
जिनेन्द्र देव का अभिषेक, शान्तिधाराः
कार्यक्रम की शुरूआत प्रातः काल मांगलिक क्रियाओं के साथ दिव्य मंत्रोचारपूर्वक पुनित जल से किये गये जिनेन्द्र देव के अभिषेक व विश्व कल्याण की मंगल कामना के साथ की गई शान्तिधारा के साथ हुईं। जिसमें श्रद्धालुओं ने शामिल होकर पुण्यार्जन किया।
मण्डल विधान पूजनः
सकल दिगम्बर जैन समाज के प्रवक्ता प्रवीण जैन ने बताया कि अभिषेक एवं शान्तिधारा के उपरान्त भक्ति व आस्था के रंग मे डूबे शान्तिनाथ दिगम्बर जैन मन्दिर में इन्द्र-इन्द्राणियों ने देव-शास्त्र-गुरू की पूजन के साथ भक्तामर विधान मण्डल का अष्टदृव्यों से नृत्य-संगीत एवं अनुपम भक्तिभाव के साथ पूजन कर जयकारों के बीच मण्डल पर 48 अघ्र्य समर्पित किए और अपने आपको धन्य करते हुए वातावरण को भक्तिमय बना दिया।
विधान पूजन से पूर्व हुकमचन्द-ललिता पांड्या ने सौधर्म इन्द्र-इन्द्राणी की भूमिका निभाते हुए मण्डल पर मंगल कलशों एवं मंगल दीपक की विधि-विधान पूर्वक स्थापना की।
भजनों की प्रस्तुतिः
पूजन के दौरान योगेन्द्र पांड्या, शशि बोहरा व आशा पांड्या ने रोम-रोम से निकले प्रभु नाम तुम्हारा…….,प्रभु का द्वार है कितना प्यारा…….,प्रभु का दर्शन सुहाना लगता है…….,ओ पालनहारे तुमरे बिन हमरा कोई नहीं…….,मेरे मन मंन्दिर मे आन पधारों आदिनाथ भगवान……आदि भजनों की दी गई मनभावन प्रस्तुतियों पर भावुक श्रद्वालु भक्ति नृत्य कर जिनेन्द्र देव को रिझा रहे थे।
महाअघ्र्य समर्पण, शान्ति पाठ एवं विर्सजन विधि के साथ पूजन सम्पन्न हुआ। पूजन के उपरान्त सामूहिक रूप से जिनेन्द्र देव की संगीतमयी आरती कर भगवान आदिनाथ का गुणगान किया।
इस अवसर पर मन्दिर समिति के अध्यक्ष दिनेश जैन श्रीमाल, मंत्री अनिल जैन श्रीमाल, कोषाध्यक्ष मोनी पल्लीवाल, श्रद्वालु विमला श्रीमाल, मनोरमा पल्लीवाल, प्रेमलता श्रीमाल, अरूण बोहरा सहित गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति ने आयोजन की गरिमा प्रदान की।