लॉकडाउन और गाइडलाइन की सफल पालना, जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन के कुशल नेतृत्व में प्रशासन की मुस्तैदी और हैल्थ वर्कर्स के समर्पण एवं मेहनत तथा आमजन द्वारा अनुशासन दिखाए जाने से एक पखवाड़े से राहत भरे समाचार और सकारात्मक परिणाम लगातार सामने आ रहे है। जिले में लगभग एक पखवाड़े से कोरोना का ग्राफ लगातार गिरा है। पॉजिटिव रेट लगातार कम हुई है और रिकवर होने वालों की संख्या पॉजिटिव की संख्या से काफी अधिक आ रही है जिससे अस्पतालों में दो तिहाई से अधिक बेड खाली हो रहे हैं तथा अनेक मरीज स्वस्थ होकर अस्पताल से घर लौटे है। कोरोना के ग्राफ गिरने से चिकित्सा संस्थानों में मरीजों का दबाव कम हो गया है, वहीं आमजन में भी सकारात्मक माहौल है। आज शुक्रवार को जिले में कोरोना एक्टिव रोगियों की संख्या घटकर 301 रह गई। स्थिति में सुधार का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जिला, उप जिला अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में कोरोना उपचार के लिए नियत बेडों में दो तिहाई से अधिक कोरोना बेड खाली रहने लगे है। वहीं एक्टिव कोरोना संक्रमितों की संख्या घटकर 301 रह गई है। शुक्रवार को 376 सैंपलों की जांच में मात्र 18 पॉजिटिव मिले जो जांच किए गए कुल सैंपल का 4.79 प्रतिशत ही है। ब्लॉकवाइज देखे तो शुक्रवार को सवाई माधोपुर में 5, बौंली में 2, गंगापुर में 6, खंडार में 1 और बामनवास में 4 पॉजिटिव मिले।
शुक्रवार को जहां 18 पाॉजिटिव मिले, वहीं इसके कई गुना से अधिक 60 रिकवर हो गए। चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग की 700 से अधिक टीमों ने जिलेभर में घर-घर जाकर लोगों की स्क्रीनिंग की। इनमें से खांसी, जुकाम, बुखार के लक्षण वाले लोगों को दवा किट दी गई एवं इनकी सूची नजदीकी प्राथमिक व सामुदायिक केन्द्र प्रभारी को दी ताकि इनके स्वास्थ्य का निरन्तर फीडबैक लिया जा सके। जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने कोरोना संक्रमण रोकथाम में लगातार सफलता मिलने पर सभी फ्रंटलाइन वर्कर्स का हौसला बढ़ाते हुए आमजन से अपील की है कि अभी सतर्क रहने की आवश्यकता हैए ऐसा न सोचे कि केस कम हो गए तो कोरोना चला गया हैए पिछली लहर में यही गलती हुई थीए अब इसे दोहराना नहीं है। राज्य सरकार की गाइडलाइन की अक्षरशः पालना करे और अपनी बारी आने पर वैक्सीन जरूर लगवाएं।