जिला प्रशासन द्वारा “भविष्य की उड़ान” संवाद कार्यक्रम के अन्तर्गत रीट परीक्षा का मॉक टेस्ट जिले के सात विद्यालयों राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय मानटाउन सवाई माधोपुर, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मलारना डूंगर, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय चौथ का बरवाड़ा, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय खण्डार, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बौंली, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बामनवास एवं राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गंगापुर सिटी में आयोजित किया गया।
जिसमें 1000 के पंजीकरण पर 603 महिला प्रतिभागियों ने रीट परीक्षा के मॉक टेस्ट में भाग लिया। मॉक टेस्ट में बेहतर प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को जिला कलेक्टर द्वारा सम्मानित किया जाएगा। जिला कलेक्टर सुरेश कुमार ओला ने राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय मानटाउन सवाई माधोपुर में आज शुक्रवार को मॉक टेस्ट के पश्चात प्रतिभागियों की मॉक टेस्ट के प्रति प्रतिक्रिया जानते हुए कहा कि रीट परीक्षा में मात्र 45 दिन शेष है।
इन 45 दिनों में जिला प्रशासन द्वारा ऐसे ही 10 मॉक टेस्ट ऑफलाइन और शेष 10 से 20 मॉक टेस्ट “भविष्य की उड़ान एप” के माध्यम से आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने प्रतिभागियों से कहा कि इन 45 दिनों तक पूरी लगन, क्षमता, ईमानदारी से 10 से 12 घण्टे प्रतिदिन नियमित रूप से अध्ययन करें, तो निश्चित रूप से सफलता प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि परीक्षा के दौरान समय प्रबन्धन महत्वपूर्ण होता है। उन्होंने कहा कि परीक्षा के दौरान ऐसे सैक्शनों के प्रश्नों को पहले हल करें जिनमें आपको महारत हासिल हो। उन्होंने कहा कि प्रतिभागी रीट के स्लेबस को अपनी पढ़ने की टेबल के सामने रखें। प्रतिदिन स्लेबस के अनुसार पाठ्य सामग्री का अध्ययन करें।
अपने दिन को व्यस्थित तरीके से प्लान करें, अगले दिन स्लेबस में से कौनसे भाग का अध्ययन करना है इसकी प्लानिंग रात को सोने से पूर्व की जाए। इसके साथ-साथ हमारे दिन का लक्ष्य क्या था और हमने इस लक्ष्य में से कितना अध्ययन किया। हम कहा कमजोर रहे इस पर शाम को आधे घण्टे मनन् करें और इस कमजोरी को दूर करने के लिए रणनीति बनाकर फिर आगामी दिवस पर परीक्षा की तैयारी दुगुनी क्षमता से जुट जाए। जिला कलेक्टर ने कहा कि जिन प्रतिभागियों के पास घर में पढ़ने की सुविधा या माहौल नहीं है उन्हें अध्ययन का बेहतर माहौल देने के लिए जिले भर में 20 पुस्तकालय खोले जा रहे हैं।