मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं बन पाने के कारण नहीं मिल रहा योजनाओं का लाभ
बालश्रम अब नहीं करेंगे, बाल विवाह कैसी नादानी, अशिक्षा का बंधन को तोड़ेंगे जैसे नारे लिखी तख्तियों के साथ बाल अधिकारों को लेकर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के छात्रों ने रैली निकाल कर बाल संरक्षण के सात संकल्पों को अपनो की सीख लेते हुए बारिश के बावजूद अपने मजबूत इरादे जाहिर किए।
थडोली पंचायत भवन में सरपंच कजोड़ी देवी की अध्यक्षता में बैठक कर संरक्षण के मुद्दों पर चर्चा हुई। ग्राम विकास अधिकारियों के हड़ताल आसमयिक मौत से अवसाद में पड़े परिजनों को भारी पड़ रहा है। हड़ताल के चलते मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं बनने के कारण कठिन परिस्थिति में भी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
राज्य सरकार की ओर से चलाये जा रहे बाल संरक्षण संकल्प यात्रा के ग्राम भ्रमण के तहत घर घर दस्तक के दौरान बैरवा मौहल्ला थडोली की लाडा देवी अपना दुख बाल मित्रों से साझा कर बताती है कि डेढ माह पूर्व पति हजारी लाल बैरवा की साईलन्ट अटैक के कारण मृत्यु हो गई। बेटी उर्मिला जो 14 वर्ष 8वीं में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में पढ़ रही है। विधवा पेंशन के लिए पति का मृत्यू प्रमाण पत्र बनवाने के लिए कई चक्कर काट लिए किन्तु ग्राम विकास अधिकारियों की हड़ताल के कारण प्रमाण पत्र नहीं बन पा रहा है जिससे विधवा पेंशन और पालनहार का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
बाल मित्रों द्वारा अतिरिक्त जिला कलेक्टर सूरज सिंह नेगी के समक्ष यह प्रकरण संज्ञान में लाया गया। दो सितंबर को बाल मेले के दौरान ऐसे प्रकरणों के निस्तारण की व्यवस्था कराने का भरोसा दिलाया। भ्रमण के दौरान 25 पात्रता रखने वाले सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के आवेदन ऑनलाईन कराने में सहयोग किया।