सड़क हादसे में अपना पैर गंवा चुके इस्लाम का परिवार दो चुन की रोटी के लिए मशक्कत कर रहा है। ऐसे में तीन बच्चों की पढ़ाई नहीं करा पा रहा है। जिससे बच्चे बाल श्रम को मजबूर हैं। विकलांग पेशन से घर खर्च चल रहा है। राज्य सरकार की ओर से चलाए जा रहे बाल संरक्षण संकल्प यात्रा को झनुण में इस्लाम अपनी व्यथा बाल मित्रों को बताई, जबकि नियमों के अनुसार तीनों बच्चे पालनहार योजना के पात्र हैं। बाल मित्रों द्वारा इनकी पालनहार के आवेदन आनलाईन कराने कार्रवाई की गई। बच्चों को जब पता चला कि अब हर महीने महीने तीन हजार रूपये मिलेंगे तो उनकी आंखो में चमक आ गई।
यात्रा गत बुधवार को ग्राम पंचायत झनुण पहुंची जहां ग्राम पंचायत सरपंच सीमा देवी मीणा सरपंच प्रतिनिधि हनुमान मीणा सहित पंचायत सदस्यों द्वारा स्वागत किया गया। पंचायत में बाल संरक्षण व बाल अधिकार पर चर्चा के साथ ही पंचायत स्तरीय बाल सुरक्षा समिति का गठन किया गया तथा सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के बारे में चर्चा की गई। ग्राम भ्रमण के दौरान पात्रता रखने वाले व्यक्तियों का चिन्हीकरण कर 16 आवेदन तैयार कराये गये तथा विभिन्न नवाचारों के माध्यम से बाल हिंसा बाल श्रम बार तस्करी एवं बाल विवाह जैसे बुराईयों के विरूद्व आमजन को जागरूक किया गया। यात्रा का अगला पड़ाव कोड़याई होगा।