शिवाड़ कस्बे में निर्जला एकादशी व्रत के पावन पर्व को उत्साह से मनाया गया। इस व्रत को बिना भोजन किए और एक बार जल पीकर ही किया जाता है। निर्जला एकादशी का व्रत वर्ष की सभी 24 एकादशी के फलों को देने के बराबर है। सीता शर्मा, राधा गौतम, कमला देवी, संजू देवी ने बताया कि ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की निर्जला एकादशी का व्रत करने से वर्ष की समस्त एकादशी ओं का फल प्राप्त होता है। निर्जला एकादशी को पांडव एकादशी या भीम एकादशी भी कहा जाता है। इस दिन बिना पानी पिए रहकर ब्राह्मण या जरूरतमंद व्यक्ति को जल से भरा घड़ा कपड़े से ढक कर दान करना चाहिए। इस दिन ओम नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करना चाहिए। अन्य वस्त्र धोती का दान करना चाहिए।
इस व्रत को करने से सभी पापों का नाश होकर मुक्ति पाने के साथ भगवान की प्राप्ति का रास्ता भी खुलता है। सीता शर्मा ने बताया कि इस व्रत के 1 दिन पूर्व नियमों का पालन करें एकादशी सूर्य उदय होने से दूसरे दिन द्वादशी तक पानी ग्रहण नहीं करना चाहिए। इस दिन चावल साबूदाना नहीं खाना चाहिए तथा बालों को नहीं कटवाना चाहिए। वेदव्यास ने पांडवों को चारों पुरुषार्थ धर्म अर्थ काम मोक्ष देने वाले एकादशी का व्रत का संकल्प करवाया तो भीम सिंह ने कहा कि पितामह आपने तो दिन भर उपवास की बात कही है मैं तो 1 दिन क्या 1 क्षण भी बिना भोजन के नहीं रह सकता हूं मेरे पेट में तो ऐसी अग्नि है जिस को शांत करने के लिए मुझे कई बार भोजन करना पड़ता है। जिस पर निर्जला एकादशी व्रत करने को कहा और बोले इसे करने से तुम्हें वर्ष की सभी एकादशी यों का फल प्राप्त होगा। जिस पर भीम सिंह निर्जला एकादशी विधि व्रत करने पर सहमत हो गया जिसके कारण इसे पांडवों एकादशी या भीम एकादशी भी कहा जाता है।
बच्चों ने सीखे चित्रकारी के गुर
कला बालक के मन को शांत करने के साथ प्रकृति से प्रेम करना सिखाती है। कला के संपर्क में आने से व्यक्ति का जीवन बदल सकता है। यह बात ख्याति प्राप्त चित्रकार रणथंभौर स्कूल ऑफ आर्ट्स के चित्रकार राजेश कुमार सैनी ने बुधवार को शिव पार्क में धर्म जागरण मंच द्वारा आयोजित आर्ट वर्कशॉप के दौरान कही। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को कला से थोडा बहुत रूबरू जरूर होना चाहिए। यहां 65 बच्चों को पेंटिंग करने के तरीके बताए। बच्चों को ऑन द स्पॉट चित्रकारी किस तरह की जाती है, इसके बारे में बताया गया।
बच्चों ने आसपास दिखाई देने वाली खूबसूरती को कागज पर उतारा। सैनी ने बच्चों को गाइड कर पांच से दस मिनट में चित्रकारी करने के बारे में समझाया। कई बच्चों ने अपने पहले प्रयास में अच्छी पे¨टग की। शिविर मे भाग लेने वाले बच्चे अपने अभिभावकों के साथ शिव पार्क पहुंच कर आर्ट की बारिकियां सीख रहे हैं। कार्यशाला के दौरान शिविर संयोजक अनेन्द्र सिंह आमेरा, शारारिक शिक्षक भूपेंद्र परिहार, वीरेंद्र सिंह कच्छावा, गोपाल सिंह राजावत, राकेश शर्मा सहित अन्य मौजूद रहे।
अब सवाई माधोपुर में भी कोटा का अल बयान पब्लिक स्कूल
सवाई माधोपुर जिला मुख्यालय पर जल्द खुलने जा रहा है कोटा का अल बयान पब्लिक स्कूल।
AL Bayan Public School Sawai Madhopur
(A Franchisee Of ABPS, KOTA)
Admission Open 2023-2024
PLAYGROUP । NURSERY । LKG । UKG
Add – Behind Aakashwani, Masjid Gali, Sawai Madhopur
For More Information – 7340375065 । 9530208000