जिला कलेक्टर डॉ. एस.पी. सिंह ने कहा कि शिक्षा के विकास में सरकार के साथ समाज का भी अमूल्य योगदान है और शिक्षा के गुणात्मक विकास में शिक्षकों के साथ ही समाज के लोगों को भी अपनी भूमिका निभानी चाहिए। डॉ. सिंह कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्तरीय भामाशाह सम्मान समारोह की अध्यक्षता कर रहे थे। जिला स्तरीय भामाशाह सम्मान समारोह में राम सिंह गुर्जर और राकेश कुमार मीना का साफा पहनाकर और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मान किया गया। राम सिंह गुर्जर ने राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, सलेमपुर के लिए 1,25,000 रुपए का योगदान देकर विद्यालय में फर्नीचर उपलब्ध करवाया है। इसी तरह यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी के राकेश कुमार मीना ने सीएसआर गतिविधियों के तहत राजकीय बालिका माध्यमिक विद्यालय, खिलचीपुर के लिए 1,98,405 रुपए के सहयोग से प्रिंटरए ग्रीन बोर्ड, दरी, फर्नीचर आदि की व्यवस्था की। जिला कलेक्टर डॉ. एस.पी. सिंह ने दोनों भामाशाहों को मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री एवं जिला प्रशासन की ओर से बधाई दी। इस अवसर पर आईसीडीएस के उप निदेशक धर्मपाल सिंह और सवाई माधोपुर एसडीएम रघुनाथ विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
समारोह में जिला कलेक्टर डॉ. एस पी सिंह ने कहा कि शिक्षक इस योजना से अधिक से अधिक लोगों को जोड़ें जिससे विद्यालयों की स्थिति में सुधार हो सके। उन्होंने कहा कि नेक कार्य से आत्म संतुष्टि मिलती है और जिन व्यक्तियों ने इस योजना में एक लाख रुपए से कम का योगदान दिया है वे भी बधाई के पात्र हैं। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि एक से 7 जुलाई के बीच मनाए जाने वाले वन महोत्सव में प्रत्येक शिक्षक कम से कम पांच पौधे लगाए और उनकी देखभाल सुनिश्चित करे।
विशिष्ट अतिथि के रूप में आईसीडीएस के उप निदेशक धर्मपाल सिंह ने कहा कि 2 जुलाई को आयोजित होने वाली बालसभाओं में कलेक्टर के निर्देश पर सभी जिला स्तरीय अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है जिससे इसकी अच्छे से मॉनिटरिंग हो सके। उन्होंने स्कूल शिक्षा से वंचित बच्चों को जुलाई के प्रथम पखवाड़े में स्कूलों से जोड़ने के निर्देश दिए जिससे नामांकन में बढ़ोतरी हो सके।
कार्यक्रम में मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी रामकेश मीना ने स्वागत उद्बोधन देते हुए कहा कि शिक्षा के चंहुमुखी विकास के लिए भामाशाहों का आगे आना जरूरी है। उन्होंने इस योजना से और अधिक लोगों को जोड़ने का आव्हान किया। डीइओ प्रारंभिक रामखिलाड़ी बैरवा ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। इस अवसर पर डीइओ माध्यमिक मिथिलेष शर्मा एवं शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।