शिवाड़ कस्बे मे लगातार 21 दिन से सफाई कर्मचारियों की हड़ताल जारी है। जिसके कारण मुख्य बाजार की गली मोहल्लों में कचरे के ढेर लगे हैं। नालियों मे गन्दगी जाम होने से सड़कों पर पानी बह रहा है। कचरे की दुर्गन्ध से लोग परेशान है। मौसमी बीमारियाँ फैलने की आशंका प्रबल हो गई है।
सफाई कर्मचारी जमादार मुकेश, राजेश, श्यामलाल आदि ने बताया कि इस महंगाई के दौर में भी प्रतिदिन एक कर्मचारी को मात्र चालीस रूपये दिये जा रहे है। जिससे घर का खर्च चलाना भी मुश्किल है। राज्य सरकार व नरेगा के तहत एक मजदुर की मजदुरी कम से कम 200 रूपये होनी चाहिए। जब तक सफाई कर्मचारियों का वेतन नहीं बढ़ाया जाएगा तब तक सफाई कर्मचारी हड़ताल जारी रखेंगे। सफाई कर्मचारियों ने बताया कि ग्राम पंचायत विकास अधिकारी जितेन्द्र शर्मा व सरपंच प्रेम देवी निराला ने हमें नोटिस देकर निकालने की धमकी दी है कि तुम्हारी जगह पर नये सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी, जो सरासर गलत है।
ग्राम विकास अधिकारी व सरपंच के हठीले रवैये के कारण ग्रामीणो ने भी रोष व्यक्त किया है।