हाल ही में गत 1 जुलाई को यूपीएससी के द्वारा आयोजित आईएफएस 2022 की परीक्षा में चयनित हुए कैंडिडेट्स की फाइनल लिस्ट जारी हुई। इस सूची में गंगापुर सिटी सालौदा निवासी और श्रीनिवास मिल स्थित विवेकानन्द संस्कार सीनियर सेकेंडरी स्कूल के पूर्व छात्र रविकान्त मीना पुत्र हरिप्रसाद मीना का आईएफएस अधिकारी के रूप में चयन हुआ है। रविकान्त ने 121वीं आल इंडिया रैंक हासिल की है। सूची में नाम आते ही रविकान्त के गाँव, घर और विद्यालय में खुशी का माहौल बन गया। आज विद्यालय में रविकान्त मीना की इस उपलब्धि पर अभिनन्दन समारोह आयोजित किया गया।
विद्यालय के प्रधानाचार्य अजय सिन्हा ने रविकान्त का माला पहनाकर सम्मान किया और मिठाई खिलाकर आशीर्वाद दिया। रविकान्त मीना के पिता हरिप्रसाद मीना एक सरकारी शारीरिक शिक्षक हैं और बीकानेर में कार्यरत है। वहीं मां बर्फी देवी मीना गृहणी है। रविकान्त ने अपनी 10वीं तक की पढ़ाई विवेकानन्द संस्कार स्कूल से पूरी की है। उसने विद्यालय में अध्ययनरत रहते समय ही अपना मन बना लिया था कि उसे एक बड़ा अधिकारी बनना है। विद्यालय के बेअन्त सिंह चौधरी ने बताया कि इस परीक्षा में 11 लाख से ज्यादा लोगों ने फॉर्म डाले थे।
जिसमें से 5 लाख 73 हज़ार के करीब कैंडिडेट्स ने परीक्षा दी। इनमें से मैन्स एग्जाम के लिए केवल 1500 कैंडिडेट्स चुने गए। और फिर 150 कैंडिडेट्स की अंतिम सूची तैयार की गई। इस तरह यह एक भारत की सबसे बड़ी परीक्षा मानी जाती है। हर किसी का सपना रहता है कि वो एक आईएएस लेवल का अधिकारी बने। रविकान्त ने उन लाखों कैंडिडेट्स के बीच में से 121वीं रैंक हासिल कर राष्ट्रीय स्तर पर अपने मां-बाप, शहर, गाँव और विद्यालय का मान-सम्मान बढ़ाया है।
सबसे युवा आईएफएस अधिकारी:-
चौधरी ने बताया कि रविकान्त इस परीक्षा में सफल होने वाला सबसे युवा कैंडिडेट है। महज 22 की उम्र में पहले ही प्रयास में उसने यह सफलता हासिल की है। और इतना ही नहीं, रविकान्त ने इंटरव्यू में भी सबसे ज्यादा अंक प्राप्त किए है। जो इस वर्ष के इंटरव्यू का सर्वश्रेष्ठ स्कोर है। अभिनन्दन समारोह के इस मौके पर विद्यालय के देवेश माथुर, मंजीत सिंह नरूका, प्रदीप सक्सेना, दीपक पाराशर, मोहम्मद आरिफ, सपन सेन गुप्ता, लेखराज पाल, प्रकाश सैन, भूपेन्द्र शर्मा, सतीश, संदीप, गजानन्द सहित कई स्टाफ सदस्य मौजूद रहे।