राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग नई दिल्ली के सदस्य स्वामी सदानन्द जी महाराज के सवाई माधोपुर आगमन पर सोमवार नगर परिषद सभागार में बैठक आयोजित की गई।
बैठक में जिला कलेक्टर के.सी. वर्मा, पुलिस उपअधीक्षक योगेन्द्र फौजदार, नगर परिषद आयुक्त सवाई माधोपुर एवं गंगापुर सिटी, सहायक निदेशक सामाजिक अधिकारिता विभाग, अनुसूचित जाति निगम के अधिकारी, अध्यक्ष अखिल भारतीय वाल्मिकी महासभा सवाई माधोपुर, अध्यक्ष अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस सवाई माधोपुर, अध्यक्ष अखिल भारतीय मजदूर संघ एवं नगर परिषद गंगापुर सिटी मनोनित पार्षद गोपाल डांगोरिया व नगर परिषद में कार्यरत सभी अधिकारीगण एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
स्वामी जी महाराज का बैठक में पधारने पर नगर परिषद की ओर से आयुक्त ने माल्यार्पण कर स्वागत किया।
बैठक में जिला कलेक्टर ने कहा कि कल्पना करो कि स्वच्छता कर्मचारी न हो तो हिन्दूस्तान कैसा होगा? इतना महत्वपूर्ण कार्य करने वाले कर्मचारियों के साथ अन्याय न हो यह हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने सफाई कर्मचारियों को महर्षि वाल्मिकी के वंशज बताते हुए कहा कि वे अपने आप को हीन भावना से न देखें। जिला कलेक्टर ने कहा कि स्वच्छकार शिक्षा और स्वच्छता से स्वयं का तथा समाज का कल्याण कर सकते हैं।
बैठक में स्वामी जी महाराज द्वारा मेला ढ़ोने वाली प्रथा के संबंध में विस्तृत चर्चा की गई। अखिल भारतीय महासभा के उपाध्यक्ष गोपाल डंगोरिया द्वारा बताया कि गंगापुर सिटी में गांव में वर्तमान में भी महिलाओं से मेला ढोने का कार्य ग्रामीणों द्वारा कराया जाता है। अखिल भारतीय वाल्मिकी नवयुवक संघ के बुद्धिप्रकाश कलौशिया ने बताया कि सवाई माधोपुर में कर्मचारियों से क्षमता से अधिक काम लिया जाता है जिससे कर्मचारी बीमार होकर समय से पूर्व ही दम तोड़ देता है। स्वामी जी ने मेला ढोने वाले व्यक्ति कर्मचारियों का चिन्हिकरण कर सामूहिक सर्वे कराये जाने पर जोर दिया। जिसमें एक समाज का व्यक्ति एवं सरकारी कर्मचारी साथ हो। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को सेवानिवृति पर पूर्ण भुगतान सेवानिवृति तिथि को किया जाएगा।