राजकीय विद्यालयों में कक्षा 1 से 10 तक अनिवार्य कला शिक्षा ( चित्रकला, संगीत) विषय के अध्यापकों के पद सृजित कर भर्ती, कला शिक्षा की पुस्तक व कला शिक्षा का शिक्षण सहित मांगों को लेकर 15 वर्षों से शान्तिपूर्ण अहिंसात्मक आन्दोलन करते आ रहे बेरोजगार कला शिक्षक (चित्रकला संगीत) अभ्यर्थी अपनी पेन्टिंग और मूर्तिकला, वादयन्त्रों के साथ शहीद स्मारक जयपुर पर 5 कलाकार एक दिवसीय धरना प्रदर्शन करना चाहते थे।
लेकिन पुलिस विभाग ने कोरोना गाइडलाइन का हवाला देते हुए परमिशन देने से मना कर दिया। धरने प्रदर्शन की अनुमति नहीं मिलने तथा मुख्यमंत्री कार्यालय ने प्रतिनिधि मण्डल को मिलने की अनुमति नहीं देने के कारण प्रदेश भर के कलाकारों में भारी रोष व्याप्त है।
जिसको लेकर जिले के बेरोजगार कला शिक्षक अभ्यर्थियों ने 10 अक्टूबर को अपने अपने घरों से सोशल मीडिया पर अनुठा राजस्थान सरकार के खिलाफ कलात्मक विरोध प्रदर्शन किया। जिले के बेरोजगार कला शिक्षक अभ्यर्थियों ने अपने घरों पर चित्रकला, मूर्तिकला प्रर्दशनी लगाकर व राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी के गीत वैष्णव जन, रघुपति राघव राजाराम, देदी हमें आजादी सहित गीतों प्रस्तुति दी साथ ही वादयन्त्रो का शानदार वादन किया, गजल, लोकगीत, भजनों, गीतो नृत्य प्रदर्शन कर सोशल मीडिया पर कलात्मक विरोध प्रदर्शन किया।
इस प्रदर्शन में जिले से नवीन बबैरवाल, पवन सालोदिया, मनमोहन कुमावत, राहुल गौत्तम, जयदेव महावर, ऋषिकेश, राजेश परिडवाल, नितिन भलवारा आदि ने भाग लिया।