उपखंड क्षेत्र की विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों पर कार्यरत आशा सहयोगिनियों ने मासिक मानदेय बढ़ाने सहित छः सूत्री मांगो को लेकर सोमवार को कस्बे में रैली निकाल कर तहसील कार्यालय में तहसीलदार देवीसिंह को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा हैं।
आशा सहयोगिनी कमला, संतोष शर्मा, सीता शर्मा आदि ने बताया की चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग संबंधित कार्यों को संपादित करने के लिए सभी आशाएं न्यूनतम मानदेय पर सेवाएं दे रही है। सभी आशा सहयोगिनियों को 2700 रुपए मासिक वेतन दिया जा रहा है। जो कि नियमित मजदूरी से कम है। आशा सहयोगिनी लंबे समय से सरकार द्वारा मानदेय में बढ़ोतरी करने की मांग कर रही हैं। लेकिन मानदेय में अभी तक बढोत्तरी नहीं की गई है। कोरोना महामारी में भी आशा सहयोगिनियां निरंतर अपनी सेवाएं देती आ रही हैं।
मुख्यमंत्री के नाम सौंपे गये ज्ञापन मे आशा सहयोगिनी को स्थाई कर्मचारी घोषित करने, संविदा कर्मियों के साथ-साथ सहयोगियों का भी मानदेय बढ़ाने, 18 हजार रुपये का मानदेय करने, आशा सहयोगीयों का भी श्रम विभाग एक्ट उच्च कुशल कार्य का लाभ दिया जाने, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग व एएनएम द्वारा लगातार आशाओं को कई प्रशिक्षण दिए जा चुके हैं। अतः एनएम का दर्जा दिया जाने तथा कार्य की समय सीमा निश्चित करने, उच्च योग्यता धारी को भी पद पर रखने एवं आंगनवाड़ी आशा सहयोगिनीयों को रिटायर होने पर पेंशन का लाभ देने की मांग की गई है।
इस मौके पर सुमन, निर्मला, प्रियंका गुडडी, आदि सैकड़ो आशासहयोगिनी मौजूद रही।