बामनवास तालुका विधिक सेवा समिति अध्यक्ष मनमोहन चंदेल द्वारा न्यायालय परिसर में आयोजित विश्व सामाजिक न्याय दिवस के उपलक्ष में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
चन्देल ने शिविर में बताया कि यह दिवस विश्व भर में मनाए जाने वाले महत्वपूर्ण देशों में से एक है जो संयुक्त राष्ट्र संघ के आह्वान पर प्रत्येक वर्ष यह दिवस मनाया जाता है। इसकी स्थापना 2007 में हुई। इस दिवस को मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य शिक्षा बेरोजगारी तथा गरीबी से निपटने के प्रयासों को बढ़ावा देना है। भारत और राष्ट्र में आज भी कई लोग अपनी अनेकों मूल जरूरतों की पूर्ति के लिए जरूरी प्रक्रिया को नहीं जानते हैं, जिनके ख्वाब में अनेकों बार उनके मानव अधिकारों का हनन होता है और उन्हें अपने अधिकारों से वंचित होना पड़ता है। भारत राष्ट्र में अशिक्षा बेरोजगारी गरीबी महंगाई आर्थिक आसमानता बहुत ज्यादा है और इन्हीं भेदभाव के कारण सामाजिक न्याय बेहद ही विचारणीय विषय हो गया है। चंदेल द्वारा आगे यह भी बताया गया कि सामाजिक न्याय का उद्देश्य लिंग, आयु, धर्म, आक्षमता की भावना को भूलकर सम्मान समाज की स्थापना करना है। इसी दरमियान मनमोहन चंदेल द्वारा भारतीय संविधान की प्रस्तावना में वर्णित राज्य के दायित्व एवं भारतीय नागरिक के अधिकारों के विषय में भी उपस्थित आमजन को संदेश दिया। इस अवसर पर अभिभाषक संघ बामनवास के अध्यक्ष विनोद कुमार जोशी, पूर्व अध्यक्ष जगदीश प्रसाद शर्मा, उपाध्यक्ष लालू राम शर्मा, सचिव साहब उद्दीन शाह, लक्ष्मीकांत शर्मा, योगेश शर्मा, बनवारी लाल बंजारा, मनोज शर्मा, अशोक दीक्षित के अलावा अन्य अधिवक्ता गण मुकदमों में आए पक्षकारान तथा कर्मचारी गण उपस्थित रहे।