बामनवास विधायक की दबंगई, कवरेज कर रहे पत्रकार के साथ सरकारी राइफल से की मारपीट
जिले के बामनवास से विधायक इंदिरा मीना की दबंगई का मामला सामने आया है। पीड़ित पत्रकार के अनुसार विधायक इंदिरा मीना द्वारा पुलिस की मौजूदगी में पत्रकार तथा एक अन्य युवक के साथ पुलिस की राइफल के बट से मारपीट की गई है। पत्रकार के साथ विधायक द्वारा की गई मारपीट को लेकर जिले के पत्रकारों में भारी रोष व्याप्त है। मामले को लेकर सोमवार को जिला मुख्यालय के पत्रकारों ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देकर पीड़ित पत्रकार द्वारा थाना बौंली में पेश रिपोर्ट के आधार पर विधायक सहित मारपीट में शामिल उनके कार्यकर्ताओं व पुलिस कार्मिको के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उचित कार्यवाही कर पत्रकार को न्याय दिलाने की मांग की।
पीड़ित पत्रकार मोहित बिंदल ने बताया कि 25 सितम्बर की शाम को बौंली थाना क्षेत्र के घाटा नेंनवाड़ी गांव में एक पद दंगल कार्यक्रम का आयोजन था, जिसमे विधायक इंदिरा मीना अपने कार्यकर्ताओं के साथ पहुंची थी। कार्यक्रम समाप्ति के दौरान गोतोड़ निवासी युवक रूपनारायण ने सचिन पायलट जिंदाबाद के नारे लगाए। जिस पर विधायक इंदिरा मीना भड़क गई। बिंदल के अनुसार इस दौरान विधायक के कार्यकर्ताओं ने नारे लगाने वाले युवक रूपनारायण की जमकर पिटाई कर दी और विधायक के इशारे पर बौंली थाना पुलिस ने नारे लगाने वाले युवक रूपनारायण को पुलिस जीप में बैठा लिया। इस दौरान भास्कर संवाददाता पत्रकार मोहित बिंदल ने इस पूरे घटनाक्रम को न्यूज कवरेज के हिसाब से अपने मोबाईल में रिकॉर्ड कर लिया।
लेकिन जैसे ही विधायक की नजर पत्रकार पर पड़ी तो विधायक ने अपने कार्यकर्ताओं और पुलिस को बोलकर पत्रकार मोहित बिंदल को भी जबरन पुलिस की गाड़ी में बिठवा दिया और दोनों को बौंली थाने ले जाने के लिए बोल दिया। पीड़ित पत्रकार ने बताया कि बौंली थानाधिकारी श्रीकिशन व अन्य पुलिसकर्मी दोनों को पुलिस की गाड़ी में बिठाकर रवाना हो गए, इस दौरान पूरागुलाब सिंह गांव के पास विधायक इंदिरा मीना अपने कार्यकर्ताओं के साथ अपनी गाड़ी लेकर पहुंच गई और रास्ते मे पुलिस की गाड़ी रुकवाकर पत्रकार सहित नारे लगाने वाले युवक रूपनारायण को पुलिस की गाड़ी से नीचे उतार लिया।
पीड़ित पत्रकार का कहना है कि इस दौरान विधायक इंदिरा मीना ने एक पुलिसकर्मी से उसकी सरकारी राइफल ली और पत्रकार सहित नारेबाजी करने वाले युवक रूपनारायण के साथ पुलिस की मौजूदगी में ही पुलिस की राइफल के बट से जमकर मारपीट शुरू कर दी। इस दौरान विधायक ने बौंली थानाधिकारी को दोनों को हवालात में बंद करने के आदेश दिए, जिस पर थानाधिकारी श्रीकिशन दोनों को बौंली थाने ले आये। मिली जानकारी के अनुसार इस दौरान विधायक द्वारा की गई मारपीट से नारेबाजी करने वाले युवक रूपनारायण की तबियत बिगड़ गई, जिस पर पुलिस ने रूपनारायण को बौंली अस्पताल में भर्ती करवाया।
पीड़ित पत्रकार का कहना है, की घटना क्रम को लेकर अन्य पत्रकारों द्वारा पुलिस के उच्च अधिकारियों और विधायक से बात करने के बाद रात करीब 10 बजे पुलिस ने पत्रकार को रिहा किया। मामले को लेकर पीड़ित पत्रकार ने 26 सितम्बर को बौंली थाने में विधायक इंदिरा मीना, बौंली थानाधिकारी और दो पुलिस कांस्टेबल सहित 6 लोगों के खिलाफ मारपीट करने को लेकर परिवाद दिया। लेकिन विधायक के दबाव में पुलिस द्वारा अभी तक मामला दर्ज नहीं किया गया। ऐसे में जिले के पत्रकारों ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देकर विधायक इंदिरा मीना व पुलिसकर्मियों सहित 6 लोगो के खिलाफ पत्रकार के साथ मारपीट का मामला दर्ज करने, एंव बौंली थानाधिकारी सहित दोषी पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने की मांग की।
जिले के पत्रकारों का कहना है कि अगर दो दिन में उनकी मांग पूरी नहीं होती है और दोषियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं की जाती है तो पत्रकारों द्वारा प्रदेश भर में आंदोलन किया जायेगा। इस सारे घटना क्रम को लेकर आज सोमवार को ही बौंली में भी पत्रकारों ने उप जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर दोषी लोगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की मांग की।