चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं की प्रगति की समीक्षा के जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक जिला कलेक्टर डॉ. एस. पी. सिंह की अध्यक्षता कलेक्ट्रेट सभागार में हुई। बैठक में जिला कलेक्टर ने चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे नीति आयोग के 23 बिंदुओं के आधार पर चिकित्सा सेवाओं में गुणात्मक सुधार करें और साथ ही कार्य की रिपोर्टिंग भी करें जिससे जिले की रैंकिंग में सुधार हो सके। उन्होंने सभी चिकित्सा प्रभारियों को निर्देश दिए कि एंटी लार्वा एवं एंटी मोस्किटो एक्टिविटी को लगातार जारी रखे। बैठक में जिला कलेक्टर डॉ. सिंह ने कहा कि चिकित्साकर्मी दिए गए लक्ष्यों को प्राप्ति में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं करें। लापरवाही एवं कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लापरवाही करने वाले चिकित्सकों एवं कारण बताओ नोटिस देने के निदेश दिए। इसी प्रकार बालरोग विशेषज्ञ एवं स्त्रीरोग विशेषज्ञ को उपस्थित नहीं होने पर पीएमओ को नोटिस देने के निर्देश दिए।
बैठक में कलेक्टर ने संस्थागत प्रसव के क्षेत्र में पिछड़ी मखोली पीएचसी में कम प्रगति पर रोष जताया। कई स्स्वास्थ्य केन्द्रों पर लक्ष्य के मुकाबले नगण्य डिलिवरी होने पर नाराजगी जताई और प्रभारी अधिकारी को नोटिस देने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी अधिकारियों से कहा कि जन्म के बाद 30 मिनट में मां का दूध पिलाने, टीकाकरण, आयरन-फोलिक एसिड की दवा देने, रक्त जांच एवं अन्य स्वास्थ्य जांच का कार्य सभी जगह किया जा रहा है, लेकिन उसे समय रहते रिपोर्ट नहीं किया जाता। चिकित्सा अधिकारी अपने चिकित्सीय दायित्वों का उत्तरदायित्व निभाने के साथ ही प्रशानिक दायित्व भी समय पर पूरे करें। जिला कलेक्टर ने गर्भवती महिलाओं के पंजीकरण के मामले में पीछे रहने वाले स्वास्थ्य केन्द्रों को स्थिति में सुधार लाने के निर्देश दिए। इसी तरह अच्छे प्रदर्शन के लिए केन्द्रों के कार्यों की सराहना की।
जिला कलेक्टर डॉ. सिंह ने कार्मिकों के संबंध में भी निर्देश दिए। कलेक्टर ने सीएमएचओ ने कहा कि अच्छा कार्य करने वाले कार्मिकों की सराहना की जाए तथा डिफाल्टर कार्मिकों के खिलाफ आवश्यक कार्यवाही की जाए। बैठक में एडीएम कैलाश चंद्र ने सभी चिकित्सा अधिकारी प्रभारियों को ऑनलाइन उपस्थिति, निःशुल्क दवा एवं निःशुल्क जांच सुविधा बेहतर बनाने के निर्देश दिए जिससे रैंकिंग में सुधार हो सके। उन्होंने चिकित्सा अधिकारी प्रभारियों को मैनेजमेंट के सिद्धांत के आधार पर कार्य करने के निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. तेजराम मीना ने गत माह विभाग की जनकल्याणकारी योजनाओं, मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना, मुख्यमंत्री निःशुल्क जांच योजना, जननी शिशु सुरक्षा योजना, परिवार कल्याण, प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य, मौसमी बीमारियां, टीबी, एएनसी चेक अप आदि की प्रगति के बारे में जानकारी दी। बैठक में मिसाल रैंकिंग में टीकाकरण, एएनसी रजिस्ट्रेशन पूर्ण टीकाकरण, चाइल्ड हेल्थ, एनसीडी, पीसीटीएस, ओपीडी, परिवार कल्याण आदि कार्यक्रमों आदि के बारे में भी विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में एडीएम कैलाश चंद्र, अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कैलाश सोनी, पीएमओ डॉ. के. बी. गुप्ता सहित जिला, ब्लॉक स्तरीय अधिकारी एवं पीएचसी सीएचसी के चिकित्सा अधिकारी मौजूद रहे।