गंगापुर सिटी में इलेक्ट्रोपैथी चिकित्सकों ने इलेक्ट्रोपैथी चिकित्सा पद्धति के जनक डॉ. काउंट सीजर मैटी का 212वां जन्म दिवस बड़ी धूम-धाम से मनाया।
जिला सचिव डॉ.वी.एन. गुप्ता ने काउंट सीजर मेटी की प्रतिमा के सामने दीप प्रज्वलित कर पुष्प अर्पित किए। उन्होंने इस अवसर पर कहा हमारे क्षेत्र में इलेक्ट्रोपैथी चिकित्सक लोगों को सस्ती सुलभ एवं अच्छे प्रकार से इलेक्ट्रोपैथी चिकित्सा सेवाएं दे रहे हैं। इलेक्ट्रोपैथी दवाएं पेड़ पौधों के अर्क से बनाई जाती हैं तथा इनका स्वास्थ्य पर भी कोई हानिकारक प्रभाव नहीं होता। इलेक्ट्रोपैथी चिकित्सा पद्धति को और राजस्थान राज्य में मान्यता प्राप्त है।
इस अवसर पर इलेक्ट्रोपैथी चिकित्सा परिषद जयपुर जिला सहसचिव डॉक्टर के. के. वैष्णव ने बताया की राजस्थान में इलेक्ट्रोपैथी चिकित्सा पद्धति मान्यता प्राप्त चिकित्सा पद्धति है लेकिन इस चिकित्सा पद्धति का बोर्ड गठन सरकार द्वारा अभी तक नहीं किया गया है। आगे उन्होंने कहा इलेक्ट्रोपैथी चिकित्सा पद्धति का बोर्ड गठन सरकार द्वारा हो, इसके लिए राजस्थान के समस्त इलेक्ट्रोपैथी चिकित्सकों के आह्वान पर आम जनता से राजस्थान के मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखवा रहे हैं। जिससे मुख्यमंत्री का बोर्ड गठन की तरफ ध्यान आकर्षित हो।
राजस्थान में इलेक्ट्रोपैथी चिकित्सकों की सेवाओं को देखते हुए बोर्ड गठन किया जाना अति आवश्यक है। बोर्ड गठन होने से राज्य की जनता को एक सस्ती जन कल्याणकारी बहुत से असाध्य रोगों को ठीक करने में समर्थ चिकित्सा उपलब्ध होगी तथा इलेक्ट्रोपैथी चिकित्सा पद्धति का विकास एवं अनुसंधान बोर्ड गठन होने से और तेजी से होगा। जिससे आम जनता को एक हर्बल सस्ती चिकित्सा उपलब्ध हो पाएगी। बोर्ड गठन होने के बाद राज्य में रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे तथा एक नए प्रकार का दवा बाजार राज्य में विकसित होगा। हर्बल चिकित्सकीय पौधों का किसानों द्वारा उत्पादन किया जाएगा, किसानों की आय में वृद्धि होगी। नए चिकित्सा संस्थान खुलेंगे नए चिकित्सालय लैबोरेट्रीज एवं एक नई विधा का राजस्थान में सर्वप्रथम संचालन होने से देश के दूसरे स्थानों से राज्य में शिक्षा के लिए छात्र-छात्राएं आएंगे। जिससे राज्य की आय में वृद्धि होगी।
कार्यक्रम के अवसर पर डॉक्टर सीताराम गर्ग, डॉक्टर समीर विस्वास, डॉक्टर अब्दुल सलाम, डॉक्टर महेश वर्मा, डॉक्टर माहिर अहमद, डॉक्टर मुकेश व्यास सहित गणमान्य लोग उपस्थित रहे।