समलैंगिक विवाह कानून के प्रति विरोध के स्वर तेज होते जा रहे हैं। आज सोमवार को भाजपा शिक्षक प्रकोष्ठ के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य डॉ. मधु मुकुल चतुर्वेदी के नेतृत्व में भाजपा शिक्षक प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों एवं शहर के प्रबुद्ध नागरिकों के समूह ने जिला कलेक्टर सुरेश ओला को समलैंगिक विवाह कानून के विरोध में ज्ञापन सौंपा।
डॉ. मधु मुकुल चतुर्वेदी के अनुसार ज्ञापन में कहा गया है कि समलैंगिक विवाह हमारे देश की संस्कृति के विरुद्ध है। भारत में विवाह दो विषम लिंगी व्यक्तियों और दो परिवारों के मध्य एक सामाजिक, धार्मिक और सांस्कृतिक मिलन है। समलैंगिक विवाह के अनेक अनैतिक और नकारात्मक प्रभाव हैं।
इसे मान्यता देने से सांस्कृतिक मूल्यों का हनन होगा। समलैंगिक विवाह को मान्यता देने से उत्तराधिकार संबंधी विवाद उत्पन्न होंगे और आपराधिक घटनाओं में भी वृद्धि होगी। समलैंगिक विवाह की स्वीकृति संविधान के प्रावधानों तथा नैसर्गिक न्याय के विपरीत है। अतः राष्ट्र हित में ऐसे कानून पर रोक लगाना अति आवश्यक है।
ज्ञापन देने वालों में भाजपा शिक्षक प्रकोष्ठ प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य डॉ. मधु मुकुल चतुर्वेदी, जिला संयोजक मोहन लाल कौशिक, सीताराम बैरवा, जिनेंद्र कुमार प्रजापति, पदम सिंह आमेरा, खेम चंद प्रजापति, हनुमान शर्मा, एसएन वर्मा तथा सुरेश जैन सहित अनेक प्रबुद्ध जन उपस्थित थे।