गांव से लेकर शहरों में कोरोना ने एक बार फिर से पैर पसारना शुरू कर दिया है। जिसका सीधा असर बाजारों में पड़ रहा है। कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए राज्य सरकार के द्वारा लगाए गए दो द्विवसीय वीकेंड कर्फ्यू के बाद लॉकडाउन लगने की संभावना के चलते पान मसाला, बीड़ी, सिगरेट सहित तम्बाकू उत्पादों के साथ ही दैनिक आवश्यकता की चीजों की कालाबाजारी शुरू हो गई। संबंधित डीलरों ने कालाबजारी करने के लिए भारी मात्रा में माल का स्टॉक कर लिया एवं माल की शॉर्टज बता कर रेटे बढ़ा दी है। अचानक मार्केट में तम्बाकू उत्पादकों एवं दैनिक उपयोग की चीजों की रेटे बढ़ने की खबर आग की तरह शहर में फैल गई है। डीलरों के यहां छोटे बड़े दुकानदारों की भीड़ लग गई। आपको जानकारी में बता दें की सबसे ज्यादा किल्लत गोल्ड मोहर गुटखा एवं हसमुख तम्बाकू की है।
इसके साथ ही 502 नम्बर की बीड़ी की भी बाजार में किल्लत है। माल की कालाबाजारी करने के चक्कर में दुकानदारों ने गोल्ड मोहर छोटी को 120 से बढ़ाकर 170, बड़ी को 151 से बढ़ाकर 220, अम्बर को 160, विमल को 122 से बढ़ाकर 170 रूपए में थोक में बेचना शुरू कर दिया है। इसी तरह पहले भी अचानक लगे लॉकडाउन से तम्बाकू उत्पादकों सहित दैनिक उपयोग के सामानों की रेटे सातवें स्थान पर पहुंच गई थी। समय रहते प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की तो आम जनता का शोषण होना निश्चित है।