भारतीय शिक्षा समिति सवाई माधोपुर जिला कार्यालय पर मजदूर दिवस हर्षोल्लास से मनाया गया। जिला निरीक्षक एवं प्रचार-प्रसार प्रमुख महेन्द्र कुमार जैन ने बताया कि विषम परिस्थितियों में भी हर माता-पिता मेहनत-मजदूरी करके अपनी सन्तान को अच्छा से अच्छा इन्सान बनाने के लिए प्रयासरत है। कोई अतिश्योक्ति नहीं कि मजदूर ही मिट्टी को सोना बनाता हैं। जिला व्यवस्थापक कानसिंह सोलंकी ने निर्माण में कार्यरत मजदूर भाईयों और बहिनों को तिलकार्चन, दुपट्टा ओढ़ाकर तथा मिठाई खिलाते हुए कहा कि मजदूर का पसीना देश की तरक्की का आधार हैं, इनकी मेहनत और संघर्ष से ही देश खुशहाल बनता हैं जिससे देश का विकास संभव हैं। इनके श्रम से ही भविष्य की दिशा तय होती हैं। अतः मजदूर के पसीने सूखने से पहले उसका पारिश्रमिक उसके हाथ में होना चाहिए, ऐसी प्रवृत्ति हम सभी की बने।
उन्होंने कहा कि जहां श्रम का सम्मान होता है वहीं राष्ट्र महान बनता है। जिस राष्ट्र में हर हाथ को काम मिलता है उस देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होती है। हम विचार करे आज एक गड्डा खोदने पाॅलिश करने से लेकर बड़ी बड़ी अट्टालिकाएं उद्योग व्यापार सभी में श्रम शक्ति लगती है। श्रम शक्ति कुशल अर्द्ध कुशल होती है और यह सभी जगह विद्यामान है। आज भी प्रतिदिन पेट पालन हेतु प्रति दिन चौखटी पर श्रम शक्ति की मंडी लगती है। जिसका भाग्य है उसको काम मिल जाता है वो धन्य हो जाता है तथा शेष रहे अगले दिन की आस में मायूस होकर लौट जाते हैं। हमें ऐसी अर्थ व्यवस्था सुनिश्चित करनी चाहिए जिसमें श्रम का सम्मान हो। इस अवसर पर कार्यालय प्रमुख अवधेश शर्मा, प्रधानाचार्य जयसिंह लोधा, लक्ष्मीकांत शर्मा, धर्मसिंह गुर्जर, सीताराम सैनी, शंकरलाल सैनी, आत्माराम माली, उगन्ती देवी, छोट्या बैरवा, श्यामलाल महावर, काड़ू वर्मा, हजारी लाल, धापोदेवी आदि उपस्थित रहीं।