शरद पूर्णिमा के अवसर पर सकल दिगंबर जैन समाज की ओर से चमत्कारजी मंदिर प्रबंध समिति के तत्वावधान में दो दिवसीय चमत्कारजी के वार्षिकोत्सव की शुरुआत ध्वजारोहण के साथ हुई। साथ ही नगर परिषद क्षेत्र के जिनालयों में धर्मावलंबियों ने आचार्य विद्यासागरजी एवं आर्यिका ज्ञानमती माताजी का अवतरण दिवस भक्ति भाव से मनाया। समाज के प्रवक्ता प्रवीण जैन ने बताया कि इस अवसर पर मंदिर वेदी से श्रीजी को मंत्रोचारों के बीच सुसज्जित व मानव चलित रथ में विराजमान कराकर मंदिर के चारों ओर परिक्रमा लगाते हुए भव्य शोभायात्रा के साथ पांडाल तक लाया गया।
श्रीजी के रथ के सारथी बन चमत्कारजी प्रबंध समिति मंत्री महावीर बज रथ पर सवार थे तो हरकचंद कासलीवाल जिनेंद्र देव को चंवर ढुला रहे थे। इस दौरान समाज के महामंत्री योगेंद्र पापड़ीवाल, मेला संयोजक स्वतंत्र पांड्या, सुरेंद्र पहाड़िया, सदस्य डॉ.शिखर चंद जैन व राजमल जैन, चंद्र प्रकाश छाबड़ा उपस्थित रहे। पं.आशीष जैन शास्त्री के सान्निध्य में इन्द्र-इन्द्राणियों ने पंच परमेष्ठी मंडल विधान का अष्ट द्रव्यों से भक्ति पूर्वक पूजन कर मंडल पर अर्घ्य समर्पित किए। विधान पूजन से पूर्व राजकुमारी सौगानी, अर्चना पांड्या, सुनीता लोंग्या, शशी पांड्या व धनेश छाबड़ा द्वारा मंडल पर मंगल कलशों की विधिवत स्थापना की गई।