चौथ माता मेला-2024, 27 से 30 जनवरी के मध्य आयोजित होगा। मेले को स्वच्छ सुरक्षित बनाने एवं श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के संबंध में जिला कलेक्टर डॉ. खुशाल यादव की अध्यक्षता में चौथ माता मंदिर ट्रस्ट धर्मशाला प्रांगण में बुधवार को संबंधित विभागीय अधिकारियों एवं ट्रस्ट प्रभारियों की संयुक्त बैठक का आयोजन हुआ। जिला कलेक्टर ने कहा कि चौथ माता मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालु प्रतिवर्ष आते हैं इनको बेहतर सुविधाएं जिला प्रशासन एवं ट्रस्ट द्वारा सुनिश्चित हो। इसके साथ-साथ मेले को स्वच्छ एवं सुरक्षित बनाने के संबंध में उन्होंने संबंधित विभागीय अधिकारियों एवं ट्रस्ट प्रभारियों को आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए। जिला कलेक्टर ने कहा कि मेला स्वच्छ रहेगा तो श्रद्धालु भी प्रसन्न होंगे और बीमारी भी नहीं फैलेगी। उन्होंने इन चार दिवसों में स्वच्छता के व्यापक इंतजाम करने के निर्देश विकास अधिकारी चौथ का बरवाड़ा हंसराज मीना को दिए है।
उन्होंने स्वच्छता के लिए विशेष रूप से टीमें गठित कर 24 घण्टे मंदिर परिसर सहित मेला मार्गो की सफाई व्यवस्था के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि मेले में प्लास्टिक पर पूर्णतः प्रतिबंध रहेगा। कोई भी दुकानदार प्रसाद या अन्य सामग्री प्लास्टिक के थेले में देता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि डस्टबिन बांस के हो। उन्होंने मेले के दौरान दुकानदारों द्वारा कपड़े, जूट एवं कागज के थेले के उपयोग सुनिश्चित करने के निर्देश विकास अधिकारी एवं मेला प्रभारी को दिए है। उन्होंने श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु शौचालयों की नियमित रूप से सफाई के साथ-साथ शौचालयों की अतिरिक्त व्यवस्था के लिए नगर परिषद सवाई माधोपुर के माध्यम से चल शौचालयों की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। इसके अतिरिक्त उन्होंने सर्दी के मौसम में बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु रैन बसेरों पर रजाई और गद्दों की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश विकास अधिकारी चौथ का बरवाड़ा एवं ट्रस्ट सचिव श्रीदास सिंह को दिए है।
उन्होंने पांच मार्गो से आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों की पार्किंग हेतु व्यवस्था, साफ-सफाई एवं झाड़ी कटाई के निर्देश विकास अधिकारी को दिए है। जिला कलेक्टर ने इस दौरान विद्युत विभाग के अधिशाषी अभियंता को मेले के दौरान विद्युत की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। उन्होंने श्रद्धालुओं की सुरक्षा हेतु मेला मार्गो, मंदिर परिसर में झूलते तारों को कसवाने, इसके साथ-साथ उन्होंने तारों को कवर करने तथा आपातकाल व्यवस्था के रूप में जनरेटर आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। जिला कलेक्टर ने मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को शुद्ध पेयजल की 24 घण्टे आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग को दिए है। उन्होंने ट्रस्ट प्रभारी को मंदिर परिसर सहित अन्य मार्गो पर भी पेयजल की आपूर्ति हेतु पानी के टैंकर, टंकियों तथा मंदिर परिसर में अतिरिक्त वाटरकूलर लगाने के निर्देश ट्रस्ट सचिव को दिए है। इसके साथ-साथ उन्होंने जहां पर पेयजल के स्रोत हैं वहां पर नियमित रूप से साफ-सफाई एवं आवश्यकता अनुसार हाथ धोने के लिए वॉशबेसिन लगवाने के निर्देश दिए है। उन्होंने मेला परिसर में शौचालयों एवं पेयजल व्यवस्था के साईनेज भी आवश्यक रूप से लगवाने के निर्देश दिए है।
जिला कलेक्टर ने जिला रसद अधिकारी को मेले में लगने वाली खाद्य सामग्री की दुकानों पर कॉमर्शियल गैस सिलेंडरों का उपयोग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। इस दौरान उन्होंने खाद्य सामग्री की दुकानों पर मिलने वाली खाद्य सामग्री की शुद्धता की जांच हेतु फूड सेफ्टी इंस्पेक्टर को निर्देश दिए है। उन्होंने सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों को मेला मार्गो पर यात्रियों की सुविधा हेतु सड़कों के गड्ढे भरवाने के निर्देश दिए है। उन्होंने मेले के दौरान यातायात की माकूल व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त टीमे लगाने एवं वाहनों में श्रद्धालुओं की सुरक्षा हेतु ओवरलोडिंग न हो यह भी सुनिश्चित करने के निर्देश जिला परिवहन अधिकारी एवं यातायात प्रभारी को दिए है।
उन्होंने शराब पीकर वाहन चलाने वाले चालकों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही करने के निर्देश भी दिए है। जिला कलेक्टर ने मेला मजिस्ट्रेट को यात्रियों की सुविधा हेतु नक्शा तैयार करवाने के साथ-साथ उसको उचित सार्वजनिक स्थानों पर लगवाने के निर्देश भी दिए है। इसके साथ साथ उन्होंने कन्ट्रोल रूम बनाकर दूरभाष नंबर प्रचारित करवाने के निर्देश दिए है। उन्होंने श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु स्काउट, एनसीसी स्वयं सेवकों की व्यवस्था ट्रस्ट को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। उन्होंने श्रद्धालुओं की सुरक्षा हेतु अग्निशमन वाहनों एवं आग भुजाने वाले यंत्रों की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश नगर परिषद सवाई माधोपुर के फायर सुरक्षा अधिकारी को दिए है।
उन्होंने मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को आवश्यकता होने पर चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने हेतु तीन मेडिकल टीमे एवं दो एम्बुलेंस की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। इसके साथ-साथ उन्होंने चौथ का बरवाड़ा स्थित चिकित्सालयों में आपातकाल से निपटने के लिए पर्याप्त मेडिकल स्टाफ, दवाओं एवं एम्बुलेंस की व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश सीएमएचओं डॉ. धर्मसिंह मीना को दिए है।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुरलीधर प्रतिहार ने ट्रस्ट प्रभारी को ऐसी बुकलेट तैयार करवाने के निर्देश दिए है जिसमें मेला प्लान, मेप, आवश्यक अधिकारियों के मोबाइल नंबर आदि दिए हो। उन्होंने इस दौरान स्वच्छ भारत मिशन टीम को लगाने के निर्देश विकास अधिकारी को दिए है। इसके साथ-साथ उन्होंने अतिरिक्त सामुदायिक शौचालयों के प्रस्ताव बनाकर राज्य सरकार को भिजवाने की बात कहीं। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिमांशु शर्मा ने बताया कि मेले में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाएं रखने के लिए 1200 के करीब पुलिस, आरएसी एवं होमगार्ड जवानों की नियुक्ति मेला परिसर, मेला मार्गो, मंदिर परिसर पर रहेगी।
इसके साथ-साथ सिविल ड्रेस में भी महिला एवं पुलिस के जवान श्रद्धालुओं की सुरक्षा हेतु 24 घण्टे तैनात रहेंगे। बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर जीतेन्द्र सिंह नरूका, मेला मजिस्ट्रेट अनिल कुमार चौधरी, सहायक मेला मजिस्ट्रेट कमल पचौरी, पुलिस उपाधीक्षक अनिल कुमार डोरिया सहित अन्य संबंधित जिला स्तरीय, ब्लॉक स्तरीय अधिकारी, ट्रस्ट प्रभारी एवं सरपंच सीता देवी उपस्थित थी।