साढ़े पांच माह के लंबे अंतराल के बाद सोमवार को चौथ माता व संग बिराजे बाल गणेश के सीधे दर्शन कर भक्तजन भाव विव्हल हो गए। पहले दिन कोरोना एडवाइजरी नियमों की सख्ती से पालना करते हुए बड़ी संख्या में भक्तों ने माता के दरबार में मत्था टेका। सोमवार को सुबह 5 बजे माता की मंगला आरती में भाग लेने वाले नियमित भक्तों के चेहरों पर पहले दिन विशेष उत्साह झलक रहा था।
लम्बे प्रतिबंध के बाद माता की मूरत के सीधे दर्शन करने बड़ी संख्या में भक्त आए। चौथ माता ट्रस्ट की ओर से कोरोना एडवाइजरी की सख्ती से पालना करते हुए भक्तों की स्क्रीनिंग की गई तथा उन्हें सैनिटाइज करने के बाद ही अंदर प्रवेश दिया। हालांकि मंदिर के घंटों तक भक्तों की पहुंच नहीं थी तो भी जोश भरी श्रृद्धा से माता की आरती के साथ जयकारों की गूंज कस्बे के हर छोर तक गूंजी। लंबे अंतराल के बाद माता की मूरत को सामने देख कहीं भक्त भाव विभोर हो गए, कई रोते हुए माता की मूरत को एकटक निहारते रहे।
चौथ माता ट्रस्ट सदस्य शक्ति सिंह के अनुसार प्रत्येक भक्त को सरकार द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार दर्शन करवाने की व्यवस्था की गई है। इधर मंदिर खुलने से परिसर में पूजा प्रसाद सामग्री विक्रेताओं में निराशा नजर आयी। उनका कहना था कि वे 6 माह से बेरोजगार है मंदिर खुलने की सूचना से उन्हें रोजगार की उम्मीद जगी थी। किंतु पूजा प्रसाद के चढ़ावे पर रोक के कारण उन्हें इसका लाभ नहीं मिला। इधर चाय, खिलौने व दूसरे सजावटी सामान के स्टाल पहले दिन अच्छी सजावट के साथ ग्राहकों को रिझाते नजर आए।