मर्सी रिहैबिलिटेशन सोसायटी द्वारा बाल श्रमिक एवं बंधुआ मजदूरों के क्षेत्र में लगभग 14 सालों से कार्य किया जा रहा है। इसी कड़ी में सवाई माधोपुर जिला मुख्यालय पर बजरिया क्षेत्र में आज गुरुवार को संस्था स्टाफ द्वारा दुकानों पर जाकर लोगों को बाल संरक्षण एवं अधिकारों की जानकारी दी गई। साथ ही बालश्रम नहीं कराने के लिए भी उनकी समझाइश की गई। संस्था सचिव अरविंद चौहान ने बताया कि जिले में बाल श्रम की सूचना मिलने पर संस्था द्वारा त्वरित कार्रवाई की जाती है।
इस दौरान बाल संरक्षण एवं अधिकारों की रक्षा के लिए दुकानदारों को संकल्प दिलाया गया। इसी के मद्देनजर संस्था मर्सी रिहैबिलिटेशन सोसायटी के समस्त स्टाफ ने बजरिया के कई क्षेत्रों में जाकर दुकानदारों से बाल श्रम नहीं करवाने के लिए समझाइश की। आने वाले समय में यह सर्वे निरंतर जारी रहेगा। सर्वे के दौरान कई व्यापारियों ने भी संस्था द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए बाल संरक्षण एवं अधिकारों के क्षेत्र में सहयोग करने का भरोसा दिलाया। लोगों ने बाल विवाह नहीं करने एवं बालश्रम नहीं करवाने का संकल्प लिया।
रेलवे स्टेशन मिला लावारिस किशोर
सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन पर एक किशोर को लावारिस घूमता देखकर आरपीएफ ने चाइल्ड लाइन को सूचना दी। सूचना मिलने पर चाइल्ड लाइन टीम मौके पर पहुंची और किशोर को अपने संरक्षण में लेकर कार्यालय लेकर आए। बाल कल्याण समिति अध्यक्ष को मौके पर ही सूचना दी और उनके मौखिक आदेश पर बालक को चाइल्ड लाइन कार्यालय में ही अस्थायी शेल्टर दिया गया।
बालक ने परामर्श के दौरान बताया कि वेा गुजरात में पापा के साथ कार्य करता था और वहाँ से बिना बताए बिहार जाने के लिए निकला था। गलत ट्रेन में बैठने के कारण सवाई माधोपुर आ पहुंचा। बालक के मिलने की सूचना बालक के परिजनों को दी गयी। फिलहाल बालक का मर्सी आश्रय गृह अस्थायी प्रवेश दिलाया गया है।