नई दिल्ली: देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कल मंगलवार को आम बजट पेश किया है। बजट को लेकर विपक्षी पार्टियों ने बजट की आलोचना करते हुए इसे भाजपा के दो प्रमुख सहयोगी दल जेडीयू और टीडीपी को खुश करने का बजट बताया है। विपक्ष का कहना है कि बेरोजगारी और महंगाई की उच्च दर जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है।
विपक्ष का कहना है कि गैर एनडीए शासित वाले राज्यों को नजरअंदाज किया गया है। डीएमके और कांग्रेस ने कथित भेदभाव पूर्ण बजट के खिलाफ विरोध प्र*दर्शन करने का फैसला किया है। ऐसे में अब तमिलनाडु के सीएम एम. के. स्टालिन और कांग्रेस शासित तीन राज्यों के मुख्यमंत्री तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी, हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सुक्खू और कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया शनिवार को होने वाली नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल बैठक में नहीं भाग लेंगे।
मंगलवार शाम को हुई इंडिया गठबंधन की बैठक में यह निर्णय लिया गया है। तृणमूल कांग्रेस की मुखिया और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी राज्यों की बात रखने के लिए नीति आयोग की बैठक में हिस्सा लेंगी। मंगलवार को बजट पेश होने के बाद कांग्रेस ने इसे अपने घोषणापत्र की नकल बताया था। कांग्रेस ने दावा किया है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इंटर्नशिप कार्यक्रम उनके 2024 के घोषणापत्र से लिया है।