प्रशासन गांव के संग अभियान के शिविरों में लोगों की समस्याओं का हुआ मौके पर ही निस्तारण
प्रशासन गांव के संग अभियान शिविरों में अधिकारी गांवों में आकर लोगों की समस्याओं का मौके पर ही समाधान कर रहे है। ग्रामीणों को शिविरों का लाभ लेकर अपनी समस्याओं एवं लंबित प्रकरणों का समाधान करवाना चाहिए। ये बात जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने पंचायत समिति मलारना डूंगर के भारजा नदी गांव में आयोजित प्रशासन गांव के संग अभियान शिविर में उपस्थित ग्रामीणों से कही। उन्होंने ग्रामीणों से संवाद कर उनकी समस्याएं सुनी तथा संबंधित अधिकारियों से समाधान भी करवाया।
कलेक्टर ने प्रशासन शहरों के संग अभियान के तहत सवाई माधोपुर के शीतला माता पार्क में आयोजित शिविर का भी निरीक्षण किया। प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत आज सोमवार को सवाई माधोपुर तहसील के बाडोलास, चौथ का बरवाड़ा के टापुर, बौंली के बपूई, मलारना डूंगर के भारजा नदी, वजीरपुर के फुलवाड़ा और बामनवास के कोहली प्रेमपुरा में तथा प्रशासन शहरों के संग अभियान में गंगापुर सिटी के वार्ड नं. 9, 10 और 11, सवाईमाधोपुर में वार्ड 11, वार्ड 55 से 58 के शिविर आयोजित हुये जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने विभिन्न व्यक्तिगत लाभ की योनाओं में आवेदन ऑनलाइन करवाए, व्यक्तिगत और सार्वजनिक समस्याओं का समाधान करवाया।
जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने भारजा नदी में आयोजित शिविर का निरीक्षण कर ग्रामीणों को विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने शिविर में 22 विभागों की स्टॉलों पर पहुंचकर निरीक्षण किया तथा उनके द्वारा किए गए कार्यों के संबंध में जानकारी प्राप्त की। शिविर में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की स्टॉल पर जानकारी में आया कि नई पंचायत होने के कारण अभी तक उनकी आईडी मेपिंग नहीं हुई है, ऐसे में पैंशन आदि के कार्य नहीं हो पा रहे थे। कलेक्टर ने मौके पर ही सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के निदेशक एवं अन्य अधिकारियों से वार्ता कर समस्या का समाधान करवाने का आग्रह किया। भारजा नदी शिविर में कलेक्टर ने 9 पट्टे वितरित किये।
कलेक्टर ने किसानों को प्रेरित कर सरकारी अनुदान पर 6 फव्वारा सेट और 3 पौध संरक्षण किट के आवेदन ऑनलाइन करवाये तथा मौके पर इनकी स्वीकृतियां जारी करवाई। शिविर में 54 नकल, 12 नामांतकरण, 5 सहमति से खाता विभाजन और 40 राजस्व रेकार्ड में नाम शुद्धि के प्रकरणों का समाधान हुआ। रास्ते और अतिक्रमण के 3-3 प्रकरण निस्तारित कर ग्रामीणों को बड़ी राहत दी गई।
आबादी विस्तार के लिए 5 बीघा सिवायचक भूमि का रूपांतरण करवाने, आवश्यकता वाले लाभार्थियों को भूमि का आवंटन करने के संबंध में तहसीलदार एवं विकास अधिकारी को निर्देशित कियां ग्रामीणों को चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के पंजीकरण, योजना में मिलने वाले लाभ की जानकारी दी तथा सभी का पंजीकरण करवाने की अपील की।
उन्होंने चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा में 5 लाख तक का केसलेश बीमा कवर मिलने के बारे में लोगों को जानकारी दी। कलेक्टर ने शिविर में उपस्थित किसानों को सलाह दी कि डीएपी के स्थान पर सिंगल सुपर फास्फेट एवं एनपीके खाद का उपयोग अधिक लाभदायक है। कलेक्टर ने ग्रामीणों को बताया कि राज्य सरकार की मंशा है कि ग्रामीणों को अपना काम करवाना के लिये ब्लॉक या जिला मुख्यालय नहीं जाना पड़े जिससे उनका समय और पैसा बचे।
इस अभियान में बड़ी संख्या में कार्य किए जा रहे हैं, जैसे पूर्व आवंटित बाड़ों का आवासीय आवंटन, पुराने कदीमी रास्तों का अंकन, आबादी विस्तार हेतु भूमि आवंटन, गैर खातेदारी से खातेदारी अधिकार, राजस्व अभिलेख की निःशुल्क नकलें, अशुद्धियों का सुधार, भूमिहीनों को आवासीय पट्टे जारी करना, प्रधानमंत्री आवास योजना में किश्तों का भुगतान, मनरेगा में नवीन जॉब कार्ड बनाने एवं मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में डोर टू डोर सर्वे व अभी तक पंजीकरण से वंचित लाभार्थियों को योजना से जोड़ना आदि। शिविर में एसडीएम और बीडीओ समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित रहे।
सेल्फी का रहा क्रेजः-
सोमवार को आयोजित सभी शिविरों में ग्रामीणों में सीएम सेल्फी के लिये बड़ा उत्साह रहा। बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा प्रकाशित सुजस, जन घोषणा पत्र और फ्लैगशिप योजनाओं का फोल्डर प्राप्त किया। जिन लोगों के शिविर में मौके पर काम हो गए, लगभग सभी ने सीएम सेल्फी प्वाइंट पर सेल्फी ली।
इस प्वांइट पर क्यू आर कोड भी दर्शित है। स्कैनर एप पर इस कोड को स्कैन करने पर विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे ट्विटर, फेसबुक और इन्स्टाग्राम पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को टैग कर अपलोड कर सकते हैं।