जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने शनिवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सूरवाल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मलारना डूंगर एवं पीएचसी भाड़ौती का औचक निरीक्षण कर चिकित्सा व्यवस्थाओं का जायजा लिया। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सूरवाल में चिकित्सा उपकरणों की बदहाल स्थिति तथा दवाईयों का समुचित उपयोग नहीं होने, उपकरणों की सार संभाल नहीं होने पर गहरी नाराजगी जताते हुए उपस्थित कार्मिकों को कारण बताओ नोटिस देने के सीएमएचओ को निर्देश दिए। साथ ही सात दिवस में स्थिति का सुधार करने, सीएमएचओ को निरीक्षण करने तथा स्थिति नहीं सुधरने पर 17 सीसीए की चार्जसीट जारी करने के सीएमएचओ को निर्देश दिए।
कलेक्टर राजेन्द्र किशन दोपहर दो बजे प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सूरवाल पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले इंजेक्षन कक्ष का निरीक्षण किया। यहां स्टरलाइज मशीन खराब मिली। इसी प्रकार डिलीवरी रूम में रखा रेडियंट वार्मर खराब पड़ा हुआ था। सक्षन मशीन का उपयोग कई दिनों से नहीं किया गया था। अस्पताल के एक भी कार्मिक सक्षन मशीन का संचालन नहीं कर पाए। वार्ड में सफाई व्यवस्था दुरस्त नहीं थी। लेबर रूम में रखे ग्लव्ज एवं कई दवाईयों का लंबे समय से उपयोग नहीं हुआ था। अस्पताल में रखा पल्स ऑक्सीमीटर खराब पड़ा हुआ था। इसी प्रकार कई उपकरण एवं मचीनें आलमारी में बंद पड़ी मिली। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में सीसीटीवी केमरे लगे थे, लेकिन इनकी प्रोपर माॅनिटरिंग नहीं की जा रही थी। कई दवाईयां एवं उपकरण आलमारी में बंद रखे होने, इनका उपयोग नहीं होने को कलेक्टर ने गंभीरता से लिया। वार्ड में सेनिटाइज करने की मशीन भी खराब मिली। कलेक्टर ने कंप्यूटर रूम, औषधि वितरण केन्द्र, प्रयोगषाला का भी निरीक्षण किया। लेब में सीबीसी मशीन भी खराब मिली। इसी प्रकार अन्य कई उपकरणों के संबंध में चिकित्सालय का स्टाफ संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। कलेक्टर ने अस्पताल में डिलीवरी के संबंध में जानकारी चाही, यहां न्यून डिलीवरी हुई है, इसे बढ़ाया जाने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने मौके पर मौजूद सीएमएचओ डाॅ. तेजराम मीना को निर्देश दिए कि सात दिवस में दुबारा निरीक्षण करें तथा कार्मिकों को सात दिवस में व्यवस्थाएं सही करने, डिलीवरी सुविधा का स्थानीय स्तर पर लोगों को लाभ देने के निर्देश दिए। सात दिवस में व्यवस्थाएं नहीं सुधरने पर कार्मिकों को 17 सीसीए के नोटिस देने के निर्देश दिए।
इसके बाद कलेक्टर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मलारना डूंगर पहुंचे। यहां कोराना वैक्सीन के संबंध में बनाए जाने वाले माॅडल वैक्सीनेशन सेंटर के लिए व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। मलारना डूंगर में एक्सरे मशीन खराब बताई, इसे सुधरवाने के निर्देश दिए। इसी प्रकार सीबीसी मशीन उपलब्ध मिली, लेकिन रिएजेंट के अभाव में इसका लाभ मरीजों को नहीं मिल रहा था। कलेक्टर ने प्रभारी को रिएजेंट्स की व्यवस्था करवाकर सीबीसी जांच का लाभ मरीजों को तुरंत दिलवाने के लिए व्यवस्था करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने मलारना डूंगर सीएचसी में रेडियंट वार्मर, लेबर रूम, आउटडोर सहित अन्य कक्षों में पहुुंचकर उपकरणों एवं चिकित्सा सुविधाओं के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने आईईसी मेटिरियल को उचित स्थान पर लगाकर लोगों को योजनाओं की जानकारी देने के निर्देश भी दिए।
इसके बाद कलेक्टर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भाडौती में पहुंचे। यहां की व्यवस्थाओं एवं उपकरणों के सही रूप से संचालित होते देखकर कलेक्टर ने प्रसन्नता व्यक्त की तथा अन्य स्थानों पर भी इसी प्रकार की व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए। भाडोती प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में प्रतिमाह लगभग पचास डिलीवरी हो रही है। इसी प्रकार रेडियंट वार्मर, सक्षन मशीन सहित अन्य उपकरण, स्टर्लाइज मशीन सभी सही प्रकार से संचालित मिली। कलेक्टर ने यहां के कार्मिकों की अच्छे कार्य के लिए पीठ थपथपाई। उन्होंने सीएमएचओ को चिकित्सा व्यवस्था सुधार के संबंध में समुचित प्रयास के निर्देश दिए।