जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने बुधवार को पत्रकार वार्ता में बताया कि ड्राई रन से सम्बंधित अधिकारियों को प्रशिक्षण एवं दिशा-निर्देश दिए गए है। कलेक्टर ने बताया कि माॅक ड्रिल टीकाकरण की तैयारियों का अभ्यास हैं। इसके माध्यम से वास्तविक टीककारण की संभावित कठिनाईयों को पहचान कर उनमें सुधार किया जा सकेगा। जिले में माॅक ड्रिल जिला चिकित्सालय, मलारना डूंगर सीएचसी एवं हिंगोटिया पीएचसी में किया जाएगा। प्रत्येक स्थान पर 25-25 लोगों पर वैक्सीन लगाए जाने का रिहर्सल होगा।
कलेक्टर ने बताया कि यह ड्राई रन (माॅक ड्रिल) बहुत महत्वपूर्ण है। टीकाकरण में किसी भी बिन्दु पर कोई कमी नहीं रहे इसलिए माॅक ड्रिल में लाभार्थी के लिए तैयार किये जा रहे टीकाकरण कक्ष व निगरानी कक्ष में मानक और एडवाईजरी की पूर्ण पालना सुनिश्चित की जाएगी। लाभार्थी को कोविन एप के माध्यम से मोबाइल पर एसएमएस कर सूचना भेजी जाएगी।
जिला कलेक्टर ने बताया कि वेक्सीनेशन केन्द्र पर तीन कक्ष होंगे। पहले कक्ष को वेटिंग कम पंजीयन रूम के रूप में काम लिया जाएगा। यहां लाभार्थी के पहचान दस्तावेजों का वैक्सीनेशन आफिसर द्वारा सत्यापन, थर्मल स्केनर से तापतान लिया जाएगा। मोबाइल में कोविन साफ्टवेयर पर लाभार्थी को प्रमाणित कर वैक्सीनेशन के लिए टीकाकरण कक्ष में भेजा जाएगा, जहां वैक्सीनेटर ऑफिसर द्वारा टीकाकरण की प्रक्रिया (डेमो) को पूर्ण कर कोविन साॅफ्टवेयर में लाभार्थी के टीके लगाये जाने की एन्ट्री की जाएगी।
उन्होंने बताया कि तीसरा कक्ष आब्जर्वेशन का होगा, जहां लाभार्थी को 30 मिनिट के लिए निगरानी कक्ष में वैक्सीनेशन आफिसर के द्वारा निगरानी में रखा जाएगा। इस ड्राई रन की प्रक्रिया के दौरान एक लाभार्थी को टीका लगाने में लगने वाले समय एवं कोविन सॉफ्टवेयर में एन्ट्री करने में लगे समय का आकलन व साफ्टवेयर के संचालन की प्रक्रिया को जांचा जाएगा।
कलेक्टर ने बताया कि आगे होने वाले वास्तविक वैक्सीनेशन कार्यक्रम की तैयारियों के संबंध में वैक्सीनेशन के स्थान, समय, लाभार्थी समूह, बरती जाने वाली प्रक्रिया, सावधानी के बारे में आमजन को विस्तार से जानकारी दी जा रही है।
कलेक्टर ने बताया कि जिले में प्रथम चरण में 7311 स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाया जाएगा। द्वितीय चरण में 10 हजार तथा तृतीय चरण में ढाई लाख लोगों को टीका लगाया जाएगा। इसके बाद सभी को वैक्सीनेशन किया जाएगा। प्रत्येक लाभार्थी को पहले टीके के 1 माह बाद दूसरा टीका लगाया जाएगा।
कलेक्टर ने बताया कि वास्तविक वैक्सीनेशन के दौरान जिले में प्रथम चरण में 57 स्थानों पर 77 वैक्सीन सेशन होंगे। एक सेशन में 100 लोगों को टीका लगाया जाएगा। प्रत्येक सेंटर को 3 भागों में विभाजित किया जाएगा। पंजीयन एंड वेटिंग रूम, टीकाकरण कक्ष और निगरानी कक्ष, सभी स्थानों पर प्रोटोकाॅल की पूर्ण पालना की जाएगी। इसके लिये सम्बंधित स्वास्थ्यकर्मियों, आंगनवाडी कार्यकर्ताओं व अन्य कार्मिकों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। जिले में वैक्सीनेशन के लिये 42 कोल्ड चैन प्वाइंट बनाये गये हैं।
पत्रकार वार्ता में एडीएम बी.एस. पंवार ने बताया कि टीकाकरण के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। एईएफआई की ट्रैनिंग हो चुकी है। जिले में एक साथ 10 लाख कोविड टीकों के भण्डारण की क्षमता है। जिला तथा ब्लाॅक लेवल का वैक्सीनेशन प्लान तैयार कर लिया गया है। सभी का दायित्व है कि वे आमजन को इस सम्बंध में जागरूक करें। टीकाकरण के बारे में अफवाह एवं भ्रम से बचा जाए।
सीएमएचओ डाॅ. तेजराम मीणा ने बताया कि जनप्रतिनिधियों, स्वास्थ्यकर्मियों व अन्य सम्बंधित लोगों की आमुखीकरण कार्यायशालाएं आयोजित कर उन्हें अभियान सम्बंधी बारीक से बारीक बिन्दुओं की जानकारी दी गयी है। उन्होंने बताया कि कोराना संक्रमित व्यक्ति को नेगेटिव होने के बाद ही टीका लगेगा।
सभी मीडियाकर्मियों ने इस अभियान में पूर्ण सहयोग देने का संकल्प जताया। इस अवसर पर आरसीएचओ डाॅ. कमलेष मीना भी उपस्थित थे।