मुफ्त में रेवडियां बांटने के बजाए किसानों का दर्द समझना चाहिए कांग्रेस को
भाजपा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष भवानी सिंह मीना ने बुधवार को अपनेे निज आवास पर विधानसभा क्षेत्र सवाई माधोपुर सहित जिले की विभिन्न समस्याओं को लेकर प्रेस वार्ता का आयोजन किया। भवानी सिंह मीना ने पत्रकारों द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा कि अगर पार्टी ने उनपर भरोसा जताकर टिकट दिया और जनता जनार्दन ने आशिर्वाद दिया तो मेरी पहली प्राथमिकता जिले को भय और भ्रष्टाचार मुक्त सु शासन दिलाना होगा। पत्रकारों से रूबरू होते हुए मीना ने कहा कि प्रदेश की गहलोत सरकार हर मोर्चे पर विफल हो गई है। प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर है, इस वक्त बिजली के अभाव में खेतों में खडी उड़द, मूंग, बाजरा व तिल की फसल की समय पर सिंचाई नहीं होने से फसलें दम तोड चुकी है। जिसे देखकर अन्नदाता किसान खून के आंसू रो रहा है।
खास बात यह है कि साढे चार साल तक सीएम ने अपनी कुर्सी को बचाने के लिए जनता को भगवान भरोसे छोड़कर पार्टी के मुखियाओं को रिझाने में बिता दिया। अब चुनावी वर्ष में सियासी जमीन खिसकने के डर से प्रदेश की जनता को रिझाने के लिए मुफ्त में रेवडियां बांटने में व्यस्त है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के मुखिया किसानों का दर्द समझते हुए समय पर बिजली उपलब्ध करवाते तो शायद किसान उन्हें दुआएं देते और प्रदेश के किसानों की माली हालत नाजुक नहीं होती। बिजली कटौती के हालात यह है कि ग्रामीण क्षेत्र ही नहीं शहरी क्षेत्र में भी दिन हो या रात, कभी भी बिजली गुल हो जाती है। इससे छोटे- मोटे उद्योग धंधे भी ठप्प हो गए हैं।
किसान लुटने को मजबूर: मीना ने कहा कि बिजली निगम में इतना भ्रष्टाचार है कि कनेक्शन करवाने से लेकर खराब ट्रांसफार्मर को बदलवाने तक के लिए किसानों को जेब ढीली करनी पड़ती हैं। गांवों में तो हालात यह है कि दो-दो माह तक निगम कार्यालयों के चक्कर काटने के बावजूद ट्रांसफार्मर नहीं बदले जाते। भवानी सिंह मीना ने बताया कि इस वर्ष अनावृष्टि के चलते जिले में किसानों की हालत बद से बदतर हो गई है। मंहगा बीज लाकर खेतों में बुआई की थी, लेकिन समय पर बारिश नहीं होने से बीज अंकुरित होने के बाद फसल खेत में ही सूख गई। बारिश के अभाव में इस समय जिले में अधिकांश बांध भी सूखे पड़े हुए है। ऐसे में रबी की फसल पर भी संकट के बादल मंडरा रहे है। इसलिए कांग्रेस सरकार से हमारी मांग है कि जिले को सूखाग्रस्त घोषित करें और किसानों के सभी प्रकार के ऋण, केसीसी, ग्रामीण सहकारिता व पशु ऋण को माफ कर राहत प्रदान की जाए। इसके साथ ही सूखे के कारण खराब हुई खरीफ की फसलों का सर्वे करवाकर उन्हें उचित मुआवजा दिलवाया जाए।
उन्होंने बताया कि कांग्रेस के शासन में सवाई माधोपुर नगर परिषद में भ्रष्टाचार की सारी हदें पार हो गईं हैं, सत्ता में बैठे नेताजी के संरक्षण में दलालों से लेकर परिषद में बैठे कांग्रेस नेता जमकर भ्रष्टाचार कर रहे है। उन्होंने बताया कि सवाई माधोपुर नगर परिषद में 56 लाख रुपए के फर्जी डी.डी. के प्रकरण में आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। नगर परिषद द्वारा खाली मैदान में 30 प्रतिशत निर्माण बताकर 69 ए के फर्जी पट्टे जारी करवा लिए। इसके अलावा सार्वजनिक निर्माण विभाग की जमीन पर खसरा नंबर एक में 4 पट्टे जारी किए जाने का भी मामला दबा दिया गया है। मीना ने बताया कि कांग्रेस पार्टी ने सत्ता में आने से पूर्व किसानों से वादा किया था कि सरकार बनने के बाद 10 दिनों में किसानों का संपूर्ण कर्ज माफ कर दिया जाएगा। जबकि हकीकत यह है कि राजस्थान में पिछले चार सालों में बैंकों का कर्जा नहीं चुकाने के कारण करीब 19422 किसानों की जमीनें कुर्क की गई है।
विधायक व चहेतों की तानाशाही से लोग परेशान: मीना ने बताया कि सत्ता में आते ही विधायक व उनके कृपा पा़त्र लोगों ने विधानसभा क्षेत्र में खूब दादागिरी की। खासबात यह है कि विधायक के दबाव के चलते पुलिस प्रशासन ने भी पीड़ित लोगों का साथ नहीं दिया। उल्टा उन्हीं पर झूठे मुकदमें बनाकर बंद कर दिया। मलारना चौड़ में विधायक के करीबी सिंकदर खान द्वारा भाजपा एस.सी. मोर्चा के पदाधिकारी महेंद्र बैरवा के साथ मारपीट करने के बाद विधायक के दबाव में पुलिस ने मामले में लीपापोती कर इतिश्री कर ली। इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर यदि किसी ने भी गलती विधायक की खिलाफत कर दी तो उन्हें भी हवालात की हवा खानी पड़ी। विधायक की वाहवाहीं नहीं करने व उनके यहां हाजरी नहीं लगाने वाले सरकारी कार्मिकों को ट्रांसफर का डर दिखाया गया। इन पूरे साढे चार सालों के दौरान पुलिस प्रशासन से लेकर पूरा सरकारी तंत्र विधायक के खौफ के साए में रहा।
कब्रिस्तान के नाम पर जमीनों पर अतिक्रमण: मीना ने बताया कि कांग्रेस विधायक की शह पर कब्रिस्तान के नाम पर जमीनों पर धडल्ले से अतिक्रमण हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि जिला मुख्यालय पर हाउसिंग बोर्ड के पीछे जमीनों पर कब्रिस्तान के नाम पर अतिक्रमण कर उनका कॉर्मिशयल उपयोग किया जा रहा है। इसके अलावा हाउसिंग बोर्ड से निमली की ओर जाने वाले रास्ते पर समुदाय विशेष द्वारा करीब एक किलोमीटर तक जेसीबी से सफाई करवाकर रास्ता बनाने के बाद सरकारी जमीन पर शव दफनाकर अवैध रूप से कब्जा किया जा रहा है। इसी प्रकार दोनायचा में करीब 60 बीघा जमीन पर कब्रिस्तान के नाम पर चारदीवारी कर कब्जा कर लिया। मलारना डूंगर में भी पहाड़ी के आसपास सरकारी जमीन पर कब्जा कर लिया। ग्राम शेरपुर में रोड़ के पास होलिका दहन की जगह पर अवैध कब्जा कर उसको विवादग्रस्त बना दिया। सवाई माधोपुर शहर में मीना समाज के श्मशान घाट का रास्ता बंद करवा दिया। शेरपुर की खोहरी माता के पास 2 से 3 बीघा सरकारी जमीन पर कब्जा कर लिया।
विधायक ने सरकारी खजाने का किया दुरूपयोग: मीना ने बताया कि संकट की घड़ी में अशोक गहलोत की सरकार के खेवनहार बने दानिश अबरार का कर्ज उतारने के लिए मुख्यमंत्री ने आंखे बंद कर जनता की पैसों को पानी की तरह लुटा दिया। इसी का फायदा उठाकर विधायक ने अपने चहेते लोगों के नाम पिपल्दा विधानसभा के खातौली में मियाणा गांव के पास करीब 700 बीघा व खंडार विधानसभा में पांचोलास ग्राम पंचायत के भैरूपुरा गांव के पास खरीदी जमीन तक पहुंचने के लिए सरकारी पैसे से सड़क, पुल व कॉलेज बनवा लिए।
समुदाय विशेष को लाभ पहुंचाने के लिए स्वीकृत करवाया एलीवेटेड रोड़:- भवानी मीना ने बताया कि शहर में लटिया नाले पर एलिवेटेड रोड़ स्वीकृत करवाया है। यह केवल समुदाय विशेष को लाभ पहुंचाने के लिए किया है। यह एलिवेटेड रोड़ यदि खंडार रोड़ से जुड़ता तो इसका लाभ वाहन चालकों को भी मिलता। लेकिन सौची समझी साजिश के तहत एक समुदाय को लाभ पहुंचाने के लिए विधायक ने एलिवेटेड रोड़ स्वीकृत करवा लिया। क्योकि इस एलिवेटेड रोड़ के आसपास लटिया नाले किनारे समुदाय विशेष निवास करता है | इस दौरान प्रेस वार्ता में भाजपा के जिला उपाध्यक्ष एवं विधानसभा संयोजक बलवीर सिंह राजावत, जिला उपाध्यक्ष सतनारायण धाकड़, मीरा सैनी, जिला मीडिया प्रभारी सुरेन्द्र शर्मा, बजरिया मंडल अध्यक्ष नीलकमल जैन, युवा मोर्चा जिला उपाध्यक्ष मुरली गौतम, पूर्व पंचायत समिति सदस्य हंसराज मीना, रिटायर्ड अधिकारी जयराम मीणा, पूर्व मंडल महामंत्री अमित चौधरी, महावीर चौधरी, रवि सैनी, गौरव सोनी, हीरालाल मीणा, शंकर मीना, संदीप जैन, सत्येंद्र गर्ग, दामोदर सैनी, विक्की शर्मा आदि उपस्थित रहे।