बामनवास में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा गर्भवती धात्री तथा शिशुओं को पोषाहार स्वरूप वितरित की जाने वाली चने की दाल अवधि पार होने के बावजूद वितरण के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों पर सप्लाई की जा रही है। जानकारी के अनुसार अवधि पार दाल की सप्लाई नहीं करने की बात पर सप्लाईकर्ता द्वारा आंगनवाड़ी महिला पर्यवेक्षक को ही स्थानांतरण की धमकी तथा बदतमीजी से पेश आने का एक ऑडियो क्षेत्र के सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। सच्चाई जानने के लिए मीडिया ने पर्यवेक्षक मीना सोनी से इस बारे में बात की तो उन्होंने बताया कि लगभग एक वर्ष से ब्लॉक के सभी सेक्टर्स के आंगनबाड़ी केंद्रों पर गर्भवती, धात्री तथा शिशुओं के पोषाहार के लिए चने की दाल का वितरण किया जा रहा है। पूर्व में यह कार्य राशन डीलरों के के माध्यम से करवाया जाता था, इस महीने से सप्लाईकर्ता द्वारा सीधे ही आंगनबाड़ी केंद्रों पर दाल पहुंचाई जा रही है। किंतु सप्लाईकर्ता द्वारा आंगनवाड़ी केंद्रों पर पहुंचाई गई कुछ दाल पूर्णतया अवधि पार हो चुकी है।
कई थैलियों के खोलने पर देखा गया कि दाल में फफूंद लग चुकी थी तथा वह पूरी तरह खराब हो चुकी थी। पर्यवेक्षक ने इस बारे में जब सप्लाईकर्ता से बात की तो उन्होंने सीधे ही पर्यवेक्षक को धमकी दे डाली तथा कहा कि ज्यादा नेतागिरी करने की कोशिश की तो 3 दिनों में ही ट्रांसफर करवा दूंगा। तुम ही ज्यादा होशियार बन रही हो क्या। धमकी में उसने पर्यवेक्षक से अभद्र भाषा का भी प्रयोग किया। मामले को लेकर पर्यवेक्षक मीना सोनी ने सप्लाईकर्ता की शिकायत विभागीय उच्चाधिकारियों से कर संबंधित के खिलाफ तुरंत कार्यवाही करने की गुजारिश की है। मीडिया के द्वारा सीडीपीओ से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि अवधिपार दाल किसी की सूरत पर वितरण नहीं की जाएगी।