शिवाड़ कस्बे सहित क्षेत्र में लंपी वायरस से ग्रस्त गोवंश की संख्या में बढ़ोतरी के साथ मृत्यु दर में भी बढ़ोतरी होने लगी है। क्षेत्र के गांवो में पशुओं को लंपी संक्रमण से बचाने तथा लंपी संक्रमण से ग्रसित गौवंश के ईलाज एवं इससे मृत गौवंश के निस्तारण के उपाय धरातल पर कहीं नजर नहीं आ रहे हैं। जिला प्रशासन व स्थानीय प्रशासन गोवंश में फैल रही बीमारी को आंख मूंद कर बैठा देख रहा है।
गौ सेवा समिति सदस्यों ने बताया कि जिला प्रशासन व स्थानीय ग्राम पंचायत शिवाड़ प्रशासन की तरफ से गोवंश हेतु कोई उपाय नहीं किए गए हैं। कस्बे में अब तक डेढ़ दर्जन गोवंश की इस बीमारी से मौत हो चुकी है। जिससे ग्रामीणों में प्रशासन के खिलाफ आक्रोश है।
पंचायत मात्र कस्बे में गोवंश मरने पर उसे गड्ढा खोदकर गार्ड रही है जबकि शिवाड़ पंचायत में आने वाले गांव ढाणियों में मृतक गोवंश खुले में पड़ा सड़ रहा है। जिसके कारण गंध के चलते इन रास्तों से लोगों का निकलना दुर्भर हो गया है। समिति सदस्यों ने बताया कि समिति के सदस्य स्वयं ग्रामीणों के सहयोग से 10 दिनों से लगातार रात दिन गोवंश उपचार हेतु दवाइयां व चारे पानी की व्यवस्था कर उपचार कर रहे हैं। उन्होने कहा कि प्रशासन को धरातल पर पहुंचकर बड़े उपाय करने चाहिए अगर प्रशासन ने गोवंश उपायों पर ध्यान नहीं दिया तो गौ सेवा समिति सदस्य ग्रामीणों के सहयोग से ग्राम पंचायत उपखंड कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।