जिला मुख्यालय पर आलनपुर स्थित खटीक समाज के लोगों ने समाज में वर्षों से चली आ रही मृत्यु भोज की प्रथा को त्यागने का निर्णय लिया है। आलनपुर निवासी राकेश खोरवाल ने बताया कि घर-परिवार में किसी की मृत्यु होने पर गंगोज की रसोई करने व मंडल पर कपड़े ओढ़ने की परंपर वर्षों चली आ रही है।
इस कुप्रथा से शोकाकुल परिवार के साथ ही ससुराल पक्ष पर भी अनावश्यक आर्थिक भार पड़ता है। इसके चलते कुछ दिन पूर्व परिवार में एक सदस्य की मृत्यु हो गई थी। इस पर समाज व परिवार के लोगों ने मृत्यु भोज जैसी कुप्रथा को त्यागते हुए मृत्यु भोज का आयोजन नहीं करने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि शोकाकुल परिवार की इस पहल की सभी ने सराहना की है।