करीब एक माह पुर्व दिल्ली से गायब हुए किशोर को आज सवाई माधोपुर बाल कल्याण समिति एवं शेल्टरहोम स्टाफ के प्रयासों से उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। इस दौरान किशोर को देखकर परिजनों की आँखे भर आई।
संस्था मर्सी रिहैबिलीटेशन सोसायटी के सचिव अरविनद सिंह चौहान ने बताया कि करीब एक माह पूर्व 23 अप्रेल को दिल्ली निवासी एक किशोर घर से बिना बताये निकल गया और गलती से किसी गाड़ी में बैठकर सवाई माधोपुर आ गया।
इस दौरान 27 अप्रेल को किशोर बिलोपा गांव पहुंच गया और वहां भूखा-प्यासा और लावारिस अवस्था में घुम रहा था। इसी बीच किशोर को घूमते देख ग्रामीणों ने बाल कल्याण समिति को सुचना दी और सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष राकेश सोनी के आदेश से बालक को मर्सी आश्रय गृह में रखवाया गया।
किेशोर की काउन्सलिंग के दौरान दिल्ली का होना पाया गया। लेकिन किशोर दिमागी तौर पर कमजोर होने की वजह से अपना पता बताने में असफल रहा।
बाल कल्याण समिति अध्यक्ष राकेश सोनी एवं शेल्टर होम के स्टाफ ने बालक के परिवार की तलाश शुरु की और काफी लम्बे संघर्ष के बाद किशोर के परिवार को ढूंढ निकाला।
आज किशोर के माँ-बाप एवं बहनों ने सवाई माधोपुर आकर किशोर को बाल कल्याण समिति के आदेश से मर्सी आश्रय गृह से सकुशल प्राप्त कर लिया
किशेार को देखकर माँ-बाप की आँखों से खुशी के आंसू झलक पड़े और उन्होंने मर्सी आश्रय गृह एवं बाल कल्याण समिति का आभार जताया।
किशोर को लेकर परिजन दिल्ली के लिए रवाना हो गए।