जिला मुख्यालय पर कुत्तों व बन्दरों से परेशान आम जन ने जिला प्रशासन एवं नगर परिषद प्रशासन से कुत्तों व बंदरों से सुरक्षा की मांग की है। उल्लेखनीय है कि गत गुरुवार को राष्ट्रीय विश्व रेबीज दिवस मनाया गया। लेकिन जिला मुख्यालय पर रेबीज को फैलाने वाले मुख्य जानवरों कुत्तों एवं बंदरों के आतंक से आम जन परेशान हैं। जो रेबीज होने का सबसे बड़ा कारण होते हैं। जिला मुख्यालय पर आवारा कुत्तों एवं बन्दरों का इतना आतंक है कि आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नगर परिषद सवाई माधोपुर में आवारा कुत्तों के कारण विभिन्न काॅलोनियों में गलियों चलना किसी दुर्घटना को बुलावा देने के समान लगता है। दुपहिया वाहनों के पीछे कुत्तों के दौड़ने से कई लोग गिरकर चोट ग्रस्त हो जाते हैं। वहीं स्कूल जाने वाले बच्चों को भी इनसे खतरा रहता है। केवल वृद्ध और बच्चों को ही नहीं अकेले व्यक्ति एवं महिलाओं को भी इनसे खतरा उठाना पड़ता है।
इसी प्रकार बन्दरों के कारण कई लोगों के सामने जान बचाने का संकट खड़ा हो जाता है। बन्दरों के कारण लोग घरों की छतों पर भी जाने से डरते हैं। बन्दरों के कारण छत से गिरने की भी कई घटनाऐं हो चुकी हैं। छत से दरवाजा खुला रह जाये तो बन्दर घरों में घुस जाते हैं और घरों का खाने पीने का सामान ले जाते हैं वहीं कपड़ों व अन्य सामानों को भी नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसे में आम लोगों को रेबीज से बचाने के लिए जिला प्रशासन एवं नगर परिषद प्रशासन को उपाय करने चाहिए। जिला मुख्यालय पर कई वर्षों से बन्दरों एवं कुत्तों को पकड़ने या अन्य कोई उपाय जैसे कोई राहत कार्य नहीं किये गये हैं।