चिकित्सा विभाग द्वारा मौसमी बीमारियों व डेंगू की रोकथाम के लिए 20 अक्टूबर से 3 नवंबर तक डेंगू मुक्त राजस्थान अभियान संचालित किया जा रहा है। अभियान के अंतर्गत चिकित्सा विभाग स्थानीय विभागों के साथ मिल कर सर्वे दलों का गठन, एंटीलार्वा गतिविधियां, फोगिंग, गम्बुशिया मछली का उपयोग व लार्वा प्रदर्शन आदि गतिविधियां संपादित करेगा।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. तेजराम मीना ने बताया कि राज्य स्तर से चिकित्सा मंत्री द्वारा वीसी के माध्यम से अभियान के संचालन के निर्देश दिए गए है। उन्होंने बताया कि चरणबद्ध रूप से कार्य करके मौसमी बीमारियों के बढ़ते प्रकोप पर काबू पाया जा सकता है। इस समय बारिश के बाद डेंगू, मलेरिया व स्क्रब टायफस की संभावना बनी रहती है। इसलिए ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में अभियान चलाया जाएगा।
साथ ही जिले में सतत कंट्रोल रूम की स्थापना व रैपिड रैस्पांस टीमों का गठन किया गया है। अभियान में मौसमी बीमारियों से बचाव एवं नियंत्रण हेतु मेडिकल टीमों द्वारा घर-घर सर्वे कर चिन्हित रोगियों को आवश्यक दवाएं उपलब्ध कराने, एंटीलार्वा गतिविधियां, फोगिंग, उपचार हेतु संबंधित चिकित्सालय में रेफर करने व मौसमी बीमारियों से बचाव व नियंत्रण के प्रति जागरूक करने का कार्य किया जाएगा।
डॉ. मीना ने बताया कि जिले में अभियान की शुरूआत हो चुकी है। सभी हेल्थ वर्कर्स के अवकाश निरस्त कर दिए गए हैं। सभी चिकित्सा संस्थानों को मौसमी बीमारियों हेतु बैड आरक्षित रखनेे के लिए निर्देशित किया गया है। अभियान के लिए 600 टीमों का गठन कर, तैयारियां पूरी कर, आवश्यक दिशा-निर्देश देकर घर-घर भेजा जा रहा है। साथ ही डेंगू के मरीज मिलने वाले स्थानों पर फॉगिंग भी करवाई जा रही है।
बचाव के लिए अपनाएं उपाय:-
मौसमी बीमारियों से बचने के लिए उन्होंने सलाह दी है कि पानी की टंकियां, कूलरों को 7 दिवस में साफ किया जाए, गमले की ट्रे, पुराने टायर, टूटे फूटे सामानों में भरे पानी को खाली करें, घरों के आस- पास पानी का भरान ना होने दें। मच्छरों से बचाव हेतु पूरे आस्तीन के कपडे पहनें।