जिला कलक्टर डाॅ. खुशाल यादव ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट परिसर स्थित संयुक्त निदेशक सूचना प्रौद्योगिकी विभाग सवाई माधोपुर एवं मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय का निरिक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सूचना प्रौद्योगिकी कार्यालय में ई-फाइल को लेकर लगने वाले औसतन समय को कम करने के निर्देश दिए। साथ ही पत्रावलियों में पीयूसी एवं ड्राफ्ट को अटैच करने, ई-मित्र प्लस मशीनों को सभी शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में कार्य अनुरूप सुचारु करने के निर्देश दिए।
उन्होंने इस दौरान उपस्थिति पंजिका देखकर सभी कर्मचारियों की उपस्थिति जांची। वहीं उन्होंने ईसीएमपी मशीन के बारे में जाना। अभय कमांड कैमरा के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुए सभी कैमरा को विद्युत कनेक्शन देकर सुचारू करने के निर्देश दिए। पंचायती क्षेत्र में इंटरनेट सुविधा के लिए बीएसएनएल से चर्चा कर इंटरनेट चालू करवाने हेतु बैठक करवाने की निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के निरीक्षण के दौरान कार्यालय में लंबित फाईलों के औसत के बारे में मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी कृष्णा शर्मा से जानकारी प्राप्त की।
उन्होंने इस दौरान समग्र शिक्षा अभियान के अन्तर्गत जिले के विद्यालयों में चल रहे निर्माण एवं विकास कार्यों में हो रही देरी एवं उनमें गुणवत्ता की कमी के चलते नाराजगी व्यक्त करते हुए समसा के सहायक अभियंता सिविल को कार्य में लापरवाही बरतने पर नोटिस जारी करने के निर्देश दिए है। साथ ही उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को विद्यालयों में चल रहे निर्माण एवं विकास कार्यों की निरन्तर सघन जांच के निर्देसग भी संबंधित अधिकारियों को दिए है।
उन्होंने इस दौरान जिले के मॉडल विद्यालय, कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों एवं अन्य आवासीय विद्यालयों में खाना बनाने की मशीन, टेबल-कुर्सी खेल सामग्री, ओपन जिम, गार्डन आदि सुविधाओं को चेक कर निरीक्षकों को इनका दस्तावेजीकरण ऑनलाइन करने के निर्देश दिए है। इस दौरान उन्होंने बजट के अनुसार विद्यालयों में आईसीटी लेब, गैस कनेक्षन सहित अन्य सुविधाएं बढ़ाकर गुणात्मक परिवर्तन लाने के निर्देश दिए है। जिला कलक्टर ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कुस्तला का औचक निरीक्षण कर अस्पताल में आ रहे मरीजों को आवश्यक जांच एवं दवा उपलब्ध कराकर उनके रोगों का उपचार करने के निर्देश दिए है।
उन्होंने इस दौरान दवा वितरण केन्द्र पर दवाओं की उपलब्धता एवं तीन माह में अवधिपार होने वाली दवाओं तथा साईकोट्रोपिक दवाओं की उपलब्धता के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने इस दौरान सभी उपस्थित कार्मिकों से मरीजों और उनको अस्पताल में होने वाली समस्याओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने अस्पताल में प्रतिदिन खपत होने वाली दवाओं के बारे में भी जानकारी प्राप्त की।