स्कूल में एसओपी की पालना, सफाई व्यवस्था एवं अनुपयोगी सामग्री के निस्तारण के दिए निर्देश
जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने आज मंगलवार को सुबह साहूनगर के राजकीय वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत स्कूल का औचक निरीक्षण कर विद्यालय में व्यवस्थाओं को जांचा। कलेक्टर ने विद्यालय परिसर में साफ-सफाई का अभाव होने तथा अनुपयोगी सामग्री के निस्तारण नहीं किए जाने पर नाराजगी जताते हुए विद्यालय के प्रधानाचार्य को दो सप्ताह में सभी व्यवस्थाएं दुरस्त करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने विद्यालय में स्टाफ एवं बालकों द्वारा कोरोना गाइड लाइन तथा एसओपी की पालना की जांच की और शिक्षकों को एसओपी की कढाई से पालना करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कक्षा-कक्ष में जाकर बालकों से संवाद किया तथा बालकों से विद्यालय खुलने के बाद के अनुभव जाने। शिक्षकों द्वारा करवाए जा रहे अध्यापन के संबंध में विद्यार्थियों से सवाल-जवाब कर फीडबेक लिया।
कलेक्टर ने जांची खाद्यान की गुणवत्ता:-
कलेक्टर ने विद्यालय में निरीक्षण के दौरान मिड डे मील कक्ष का निरीक्षण किया। यहां स्टोर में रखे गेहूं और चावल आदि खाद्यान्न की गुणवत्ता की जांच की। साथ ही विद्यार्थियों को दिए जाने वाले खाद्यान्न के संबंध में जानकारी ली। कलेक्टर ने पुस्तकालय कक्ष में समुचित व्यवस्थाएं करने के निर्देश भी प्रधानाचार्य को दिए।
कलेक्टर ने विद्यालय के बालकों से सवाल जवाब कर शिक्षण गुणवत्ता, मिलने वाली सुविधाओं तथा अन्य व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने विद्यालय के प्रधानाचार्य को दो सप्ताह में विद्यालय परिसर की सफाई एवं सौंदर्यीकरण करवाने, परिसर में पौधे लगाकर उनकी सुरक्षा करने, अनुपयोगी सामग्री व कबाड़ का निस्तारण करे इससे रूके कमरे को खाली कर शिक्षण में उपयोग लेने के निर्देश दिए। विद्यालय प्रधानाचार्य द्वारा भवन के पट्टे संबंधी परेशानी से अवगत कराने पर उन्होंने आवश्यक कार्यवाही का भी भरोसा दिलाया।
कलेक्टर से संवाद कर विद्यालय के बालक भी खुश नजर आए। कलेक्टर ने विद्यालय की उपस्थिति पंजिका भी चेक की। मौके पर कार्यरत सभी 13 शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित मिले। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने भरतपुर के संभागीय संस्कृत शिक्षा अधिकारी से दूरभाष पर बात कर विद्यालय की व्यवस्थाओं को दुरस्त करवाने के निर्देश दिए।