जिला प्रभारी मंत्री परसादी लाल मीणा ने आज सोमवार को जिला मुख्यालय के सर्किट हाउस में कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, सीएमएचओ और आवश्यक सेवाओं से जुडे अधिकारियों की बैठक लेकर कोरोना संक्रमण के प्रसार की रोकथाम, मरीजों को समुचित एवं स्थानीय स्तर पर उपचार उपलब्ध करवाने तथा ताउते चक्रवात से बचाव के लिए की गई आपातकालीन तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में खंडार विधायक अशोक बैरवा, कलेक्टर राजेन्द्र किशन, पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी भी उपस्थित रहे। प्रभारी मंत्री ने निर्देश दिए कि ताउते से बचाव के लिए सभी अधिकारी अलर्ट मोड पर रहें, उपलब्ध संसाधनों की सूची मय कांटेक्ट नम्बर प्रत्येक अधिकारी एवं कंट्रोल रूम के पास मौजूद हो। उन्होंने निर्देश दिए कि पटवारी, ग्राम विकास अधिकारी और आशा आंगनवाडी कार्यकर्ता आमजन को समझायें कि चक्रवात कभी भी आ सकता है, घरों से न निकलें, विशेषकर पेड और बिजली लाइन के नीचे न रहें, छप्पर और टिन के मकान में निवास न करें। खुले आसमान या खलिहान में रखे अनाज को सुरक्षित रखने के लिये लोगों को समझायें। प्रभारी मंत्री ने जिला अस्पताल, उप जिला अस्पताल गंगापुर सिटी तथा रिया अस्पताल के ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट में पॉवर बैक अप की पर्याप्त व्यवस्था रखने तथा इसका पूर्व परीक्षण करने के निर्देश दिये है। सभी सीएचसी पर भी डीजी सेट या अन्य पावर बैक अप रखने के निर्देश दिए है। उन्होंने ऑक्सीजन सहित प्रत्येक सीएचसी स्तर पर एंबुलेंस की व्यवस्था रखने के निर्देश दिए।
जिला कलेक्टर ने मंगवाये 50 कंसंट्रेटर:- प्रभारी मंत्री ने जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन की ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के मामले में प्रशंषा की। उल्लेखनीय है कि जिला कलेक्टर ने अपने व्यक्तिगत प्रयासों से जिले में 50 कंसंट्रेटर मंगवाये हैं। इनमें से 15 जिला अस्पताल, 10 गंगापुर सिटी उप जिला अस्पताल और 5-5 चौथ का बरवाडा, मलारना डूंगर, खंडार, बौंली और कुंडेरा सीएचसी पर भेजे जा रहे हैं। इससे सीएचसी लेवल पर कोविड-19 उपचार में मदद मिलेगी।
सीएचसी स्तर पर कोविड मरीजों को भर्ती कर करें उपचारः- प्रभारी मंत्री ने स्थानीय स्तर पर कोविड संक्रमितों को समय पर उपचार मिले, इसके लिए सीएचसी स्तर पर उपचार और बेड की व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने सीएचसी लेवल पर बेड, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, रेगुलेटर और दवाईयों के संबंध में समीक्षा करते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए किए चिकित्साकर्मी मुख्यालय पर रहें तथा मरीजों की सेवा तत्परता के साथ करें। सीएमएचओ ने बताया कि वर्तमान में जिले की सभी सीएचसी में कुल 46 पॉजिटिव भर्ती हैं। सभी सीएचसी पर कुल 55 कंसंट्रेटर और 45 रेगुलेटर उपलब्ध हैं। हाल ही में नियुक्त 140 कम्यूनिटि हैल्थ वर्कर को भी ग्रामीण क्षेत्र में भेजा गया है जिससे वहॉं कोविड नियंत्रण में मदद मिलेगी। प्रभारी मंत्री ने खंडार विधायक अशोक बैरवा द्वारा समस्या बताए जाने पर शिवाड में धर्मशाला में कोविड उपचार केन्द्र बनाने तथा बालेर में 10 अतिरिक्त बेड की व्यवस्था करने के निद्रेश दिए। उन्होंने हैल्थ वर्कर्स के डेपुटेशन निरस्त करने तथा शिवाड अस्पताल में नियुक्त चिकित्सकों के मुख्यालय पर न रूकने के मामले में प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश दिए है। प्रभारी मंत्री ने कोरोना मरीजों के उपचार पर विशेष ध्यान देने, कोरोना गाइडलाइन की पुख्ता पालना करवाने तथा खांसी, जुकाम के मरीजों के सैम्पल बढाने के निर्देश दिये। प्रभारी मंत्री ने बामनवास में चिकित्सा सुविधा दुरूस्त करने के लिये सीएमएचओ डॉ. तेजराम मीणा को निर्देशित किया। कलेक्टर ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में गत 5-6 दिन में सीएचसी पर कोविड उपचार में तेजी आने के कारण जिला और उप जिला अस्पताल पर भार कम हुआ है। कलेक्टर ने यह भी बताया कि घर-घर सर्वे कार्य को सतत किया जाएगा। साथ ही आईएलआई के लक्षण वाले लोगों को दवा किट वितरण करने के तीन चार दिन बाद आवश्यक रूप से फीडबेक लेने के निर्देश दिए हैं जिससे संक्रमित को समय पर उपचार मिल सके, हालत बिगडे नहीं।
बैठक में एसपी ने बताया कि अभी तक 100 जवान और अधिकारी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं लेकिन पुलिस के सभी जवानों और अधिकारियों ने संकट की इस घडी में कर्तव्यनिष्ठा की नई मिसाल पेश की है। कोरोना से नेगेटिव होते ही सभी समय पर पुनः ड्यूटी ज्वाइन कर रहे हैं, कई पुलिसकर्मियों ने स्वयं के परिवार और रिश्तेदारी में शादियॉं टलवायी हैं तथा आमजन से भी विनम्रता से समझाइश की है जिसके अच्छे परिणाम आये हैं। पुलिस लाइन में कोराना केयर सेंटर तैयार करवाया गया है, वहॉं 5 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर लगवाये जा रहे हैं।
जिला एवं उप जिला अस्पताल की स्थिति की समीक्षाः- प्रभारी मंत्री ने जिला अस्पताल सवाई माधोपुर एवं उप जिला चिकित्सालय में कोविड मरीजों के उपचार की व्यवस्थाओं, ऑक्सीजन बेड, आईसीयू बेड और वेन्टीलेटर सहित अन्य व्यवस्थाओं की समीक्षा की। कलेक्टर ने बताया कि जिला अस्पताल में 148 एवं उप जिला अस्पताल गंगापुर में 70 बेड कोविड मरीजों के लिए है। लगभग सभी बेड पर पाइप लाइन, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर या सिलेंडर से ऑक्सीजन सुविधा उपलब्ध है। ऑक्सीजन प्लांट से निर्बाध आपूर्ति के लिए निगरानी एवं मॉनिटरिंग करवाई जा रही है।
पेयजल सप्लाई बाधित न हो:- प्रभारी मंत्री ने निर्देश दिये कि ताउते के चलते बिजली सप्लाई में बाधा के कारण पेयजल सप्लाई में दिक्कत न आये, इसके लिये तत्काल प्लान बनायें। जिला क्विक रेसपोंस टीम को नागरिक सुरक्षा वॉलटिंयर्स के साथ सजगता और सामंजस्यता रखते हुये कार्य करने के निर्देश दिये। इस पर कलेक्टर ने बताया कि बामनवास और गंगापुर सिटी में अतिरिक्त 10-10 तथा सवाईमाधोपुर में अतिरिक्त 20 लोगों का जाब्ता अलर्ट पर रखा गया है। प्रभारी मंत्री ने निर्देश दिये कि कोविड और गैर कोविड मरीजों को ऑक्सीजन सप्लाई में किसी भी प्रकार की बाधा नहीं आनी चाहिये। इसके लिये सम्बंधित अस्पताल प्रभारी बैक अप की व्यवस्था रखें, सभी 15 सीएचसी भी पावर बैक अप रखें। उन्होंने एम्बुलेंस मय ऑक्सीजन तैयार रखने के निर्देश दिये ताकि इमरजेंसी की स्थिति में भर्ती रोगियों को एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल में शिफ्ट किया जा सके।
मरीजों से पुनः फीडबैक लें:- प्रभारी मंत्री ने गत 11 मई को वीसी के माध्यम से बैठक ली थी। उस बैठक में दिये निर्देशों की पालना की भी सोमवार की बैठक में समीक्षा की गई। कलेक्टर ने बताया कि सभी हैल्थ वर्कर को मुख्यालय न छोडने के निर्देश दिये गये हैं। जहॉं 11 मई को सीएचसी पर 15 कोविड पॉजिटिव भर्ती थे, वहीं प्रभारी मंत्री के सीएचसी पर संसाधन बढाने तथा सीएचसी प्रभारियों को सीएचसी से बेवजह कोरोना पॉजिटिव को आगे रैफर न करने के निर्देश के बाद सोमवार को सीएचसी लेवल पर भर्ती कोरोना पॉजिटिव बढकर 46 हो गये हैं। प्रभारी मंत्री ने निर्देश दिये कि खांसी, जुकाम और बुखार के लक्षण वाले लोगों को दवा किट देने के बाद भी उनसे लगातार फीडबैक लिया जाये ताकि उनकी बीमारी गम्भीर न हो जायें। स्वास्थ्य की स्थिति के आधार पर इन्हें पुनः दवा किट दें या चिकित्सा संस्थान में भर्ती करे।
वर्तमान में हैं पर्याप्त बेड:- कलेक्टर ने प्रभारी मंत्री को बताया कि गत सप्ताह में जिले में कोरोना संक्रमण दर में कमी आयी है, रिकवर रेट बढी है। अभी जिले में सीएचसी को छोडकर 327 कोरोना बेड उपलब्ध हैं, इनमें से 259 बेड ही भरे हुये हैं। इनमें से 196 ऑक्सीजन बेड, 24 आईसीयू तथा 6 वेंटीलेटर बेड हैं। वर्तमान में जिला अस्पताल में 129, गंगापुर सिटी अस्पताल में 56, रिया अस्पताल में 60 और रणथम्भौर सेविका अपेक्स अस्पताल में 14 कोरोना पॉजिटिव भर्ती हैं। रेमडेसिविर इंजेक्शन का पूरी पारदर्शिता के साथ आवंटन किया जा रहा है। गत 24 घंटों में 43 इंजेक्शन आवंटित किये गये हैं। जिले को 24 अप्रेल से 16 मई तक 2553 भरे हुये ऑक्सीजन सिलेंडर मिले हैं। इनमें से 2142 अलवर और 411 भरतपुर जिले से आये हैं। वर्तमान में हमारे पास 220 सीएफटी क्षमता के 757 सिलेंडर हैं। प्रभारी मंत्री ने निर्देश दिये कि ताउते को देखते हुये बफर स्टॉक बढाया जाये, इसके लिये सिलेंडरों को भरवाने के लिये भेजने, वापस मंगवाने में लगने वाले समय को कम से कम किया जाये। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री महोदय के स्पष्ट निर्देश हैं कि यदि कोई आवश्यक दवा अस्पताल में उपलब्ध नहीं है तो उसकी स्थानीय खरीद कर ली जाये, एक-एक व्यक्ति की जान हमारे लिये बहुत कीमती है।
आखा तीज पर रहे सफल:- प्रभारी मंत्री ने बताया कि शादी आयोजन सम्बंधी गाइडलाइन की आखा तीज पर पूर्ण पालना की गई, बडी संख्या में विवाह आयोजन आगे के लिये टाल दिये गये जिसके लिये प्रशासन, पुलिस के साथ ही जिले के नागरिक भी बधाई के पात्र हैं क्योकि पूर्व में शादी आयोजनों में सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क की पालना नहीं होने के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में अचानक केस बढ गये थे। लॉकडाउन की गाइडलाइन की लगातार सख्ती से पालना करवायें। आगे भी अधिकारियों के माध्यम से सतत मॉनिटरिंग करवाई जाए। बैठक में कलेक्टर राजेन्द्र किशन, पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी सहित अन्य आवश्यक सेवाओ के अधिकारी उपस्थित थे।