जिला स्तरीय प्रशासनिक समिति की प्रथम त्रैमासिक बैठक शुक्रवार को जिला कलेक्टर डाॅ. एस.पी. सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई। बैठक में जिला कलेक्टर ने बकाया सामान्य एवं ड्राफ्ट आक्षेपों के त्वरित निस्तारण के साथ ही सभी विकास अधिकारियों को समयबद्ध तरीके से लक्ष्य के अनुसार कार्य करने के निर्देश दिए।
बैठक में पूर्व में लिए गए निर्णयों की क्रियान्विती कर चर्चा की गई और वर्ष के दौरान अंकेक्षण करवाने एवं नही करवाने वाली संस्थाओं को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। इस दौरान संस्थावाईज बकाया सामान्य आक्षेपों की स्थिति की समीक्षा की गई और पीछे चल रही संस्थाओं को त्वरित रूप से कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया गया। बैठक में संस्थावाईज बकाया ड्राफ्ट पैरा की स्थिति की भी समीक्षा की गई। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि एक भी संस्था का कोई ड्राफ्ट पैरा बकाया नहीं रहना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे आक्षेपों की स्थिति की रिपोर्ट को बैठक में आने से पूर्व ही संषोधित करवा लें जिससे सही स्थिति सामने आ सकें। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इस संबंध में सभी को कार्यवाही करनी है, समय पर करनी है और इस कार्य में कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
स्थानीय निधि अंकेक्षण विभाग क्षेत्रीय कार्यालय भरतपुर के अतिरिक्त निदेशक डाॅ. बी.के. सिंह ने इस संबंध में की गई कार्यवाही तथा दिशा निर्देशों की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने गबन के मामलों में वसूली के कुंजी दस्तावेज भिजवाने के निर्देश दिए जिससे उनका समूचित निस्तारण हो सकें। उन्होंने सभी विकास अधिकारियों को बकाया अंकेक्षण शुल्क जमा करवाने के भी निर्देश दिए।
इस अवसर पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी किशोर कुमार, कोषाधिकारी राजेन्द्र जैन सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।