आत्मा शाषी परिषद, उद्यान विकास समिति, जिला स्तरीय निगरानी समिति, जिला स्तरीय छानबीन एवं स्वीकृति समिति की समीक्षा बैठक जिला कलेक्टर सुरेश कुमार ओला की अध्यक्षता में सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई। जिला कलेक्टर ने बैठक में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना, फार्म पौण्ड, पाईप लाईन, कृषि यंत्र, फसल प्रदर्शन, जैविक खेती, राष्ट्रीय कृषि वानिकी मिशन, तारबंदी योजना, छात्राओं को प्रोत्साहन राशि, राष्ट्रीय टिकाऊ खेती, मिनीकिट बीज वितरण, बीज गांव योजना, मुख्यमंत्री बीज स्वावलम्बन योजना एवं मुख्यमंत्री कृषक साथी योजना की बिन्दुवार प्रगति समीक्षा की।
इस पर जानकारी देते हुए उप निदेशक कृषि ने बताया कि वर्ष 2021-22 में 195 फार्म पौण्ड का निर्माण करवाया गया है। मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना के तहत 10651 मृदा नमूनों का संग्रहण कर 7 हजार 531 नमूनों का विश्लेषण किया जा चुका है एवं 7 हजार सॉयल हैल्थकार्ड कृषकों को वितरित कर दिये गए। जिले के किसानों को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत 250 किलोमीटर की पाईपलाईन अनुदान पर स्थापित करवायी गई है। जिले में 10350 मिनीकिट बीज वितरण किये गए। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री बीज स्वावलम्बन योजना के तहत 2021-22 के लिये गेंहू का 30 क्विंटल एवं चने का 45 क्विंटल आधार बीज कृषकों को वितरण किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि तारबंदी योजना के तहत 17 हजार 704 मीटर तारबंदी के लिये 3.87 लाख रूपये का अनुदान किसानों दिया गया है।
तारबंदी योजना में सरकारी भूमि एवं रास्तों पर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कार्यवाही करने के दिए निर्देश:-
जिला कलेक्टर सुरेश कुमार ओला ने बैठक में कहा कि तारबंदी योजना के तहत होने वाली तारबंदी खातेदार केवल स्वयं की खातेदारी भूमि पर ही करेगा। यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि जो किसान रास्तों एवं सरकारी भूमि पर अतिक्रमण करने वाले किसानों पर कार्यवाही कर तारबंदी योजना के अनुदान का पैसा वसूलने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने बैठक में तीन लोगों की कमेठी बनाकर उप निदेशक कृषि विभाग को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत पिछले तीन वर्षों की क्रोप कटिंग का डाटा एकत्रित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत अब तक किसानों को बीमा क्लेम के रूप में कितनी राशि उपलब्ध करवायी गई है। फसल बीमा कम्पनी गारंटेड उपज दर किस प्रकार निर्धारित करती है एवं तीन साल की फसल कटाई का डाटा एकत्रित कर कितने किसान पात्र थे, फसल बीमा कम्पनी ने कितने लोगो को लाभ दिया। इसके संबंध में विस्तृत जानकारी देने के निर्देश दिए।