जब अपनों को रक्त की जरूरत हो और रक्त उपलब्ध नहीं हो पा रहा है तब पता चलता है कि रक्तदान कितना महादान है। जी हां जिला अस्पताल में गुलाब बाग निवासी नबील पठान नाम के मरीज को आपातकालीन स्थिति में रक्त की आवश्यकता थी।
लेकिन उस ग्रुप का रक्त नहीं मिल रहा था, रक्त बैंक में भी यह रक्त उपलब्ध नहीं था। ऐसे में नो मोर पैन ग्रुप के सदस्य शोएब अंसारी को जैसे ही आपातस्थिति का पता चला तो वह महादेवी ब्लड बैंक पहुंचकर रक्तदान किया। जिससे मरीज की’ जान बची। शोयब अंसारी ने उसके लिए अपने जीवन काल में 10वीं बार रक्तदान किया।