वरिष्ठ भाजपा नेता, साहित्यकार, समाजसेवी तथा सेवानिवृत्त प्रोफेसर डॉ. मधु मुकुल चतुर्वेदी को श्री राम रतन – धन सम्मान – 2024 प्रदान कर सम्मानित किया गया है। बृजलोक साहित्य कला संस्कृति अकादमी, फतेहाबाद, आगरा द्वारा आयोजित किए गए एक समारोह में डॉ. चतुर्वेदी को “श्री राम रतन – धन” (साझा संकलन) में उत्कृष्ट योगदान हेतु संस्था के विधिक सलाहकार तथा संकलन के प्रधान संपादक एवं संस्था के अध्यक्ष तथा संकलन के संपादक डॉ. मुकेश कुमार ऋषि वर्मा द्वारा श्री राम रतन – धन सम्मान – 2024 प्रदान कर सम्मानित किया गया।
डॉ. मधु मुकुल चतुर्वेदी को संगठनात्मक कार्यों का एक लंबा अनुभव है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ तथा विविध सामाजिक संगठनों में वे पिछले पैंतीस वर्षों से निरंतर सक्रिय हैं। शैक्षणिक एवं सामाजिक क्षेत्र में वे अपनी एक विशिष्ट पहचान रखते हैं। डॉ. चतुर्वेदी की 15 पुस्तकें प्रकाशित हुई हैं। डॉ. चतुर्वेदी 17 शोधार्थियों के शोध निदेशक रहे हैं। डॉ. चतुर्वेदी ने लगभग 150 राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठियों में भागीदारी एवं पत्र वाचन किया है। डॉ. चतुर्वेदी ने अनेक साहित्यिक पत्रिकाओं का संपादन भी किया है। डॉ. चतुर्वेदी को भारत के विभिन्न प्रांतों द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर 91 बार सम्मानित किया जा चुका है। डॉ. चतुर्वेदी की 150 कहानियां एवं आलेख विभिन्न पत्र – पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए हैं।
आकाशवाणी और दूरदर्शन पर डॉ. चतुर्वेदी की अनेक वार्ताएं प्रसारित हो चुकी हैं। डॉ. चतुर्वेदी अनेक सामाजिक क्षेत्रों में निरंतर सक्रिय हैं। शिक्षाविद होने के साथ साथ डॉ. चतुर्वेदी पर्यावरणविद, समाजसेवी और साहित्यकार भी हैं। डॉ. चतुर्वेदी ने अबतक लगभग एक हज़ार वृक्ष लगाए हैं तथा वे अब तक 65 बार रक्तदान भी कर चुके हैं। डॉ. चतुर्वेदी भारत विकास परिषद, सवाई माधोपुर के अध्यक्ष रह चुके हैं। अखिल भारतीय साहित्य परिषद, सवाई माधोपुर के महामंत्री रह चुके हैं। अखिल भारतीय साहित्य परिषद के प्रांतीय कार्यकारिणी सदस्य भी रहे हैं।
राजस्थान विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय शिक्षक संघ राष्ट्रीय के केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य भी रहे हैं तथा राजस्थान विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय शिक्षक संघ राष्ट्रीय के सवाई माधोपुर के इकाई सचिव भी रह चुके हैं। डॉ. चतुर्वेदी अनेक संस्थाओं के आजीवन सदस्य हैं जैसे – अखिल भारतीय साहित्य परिषद् राजस्थान, भारतीय राजनीति विज्ञान परिषद्, राजस्थान राजनीति विज्ञान परिषद् तथा गांधीय अध्ययन समिति। इसके अतिरिक्त भारत विकास परिषद् , अखिल भारतीय सर्वभाषा संस्कृति समन्वय समिति तथा भारतीय जनता पार्टी में डॉ. चतुर्वेदी निरंतर सक्रिय हैं। इन सबके अतिरिक्त वे एक श्रेष्ठ समीक्षक एवं कुशल मंच संचालक भी हैं।